उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर
वर्तमान में वैश्विक महामारी कोरोना से संपूर्ण विश्व जूझ रहा है। विश्व के सभी दवाओं के शोधकर्ता इस जानलेवा वायरस को लेकर वैक्सीन बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस वायरस की रोकथाम को लेकर देश और प्रदेश की सरकार जहां इससे बचाव में लगी हुई है, वहीं अब आमलोग इस जानलेवा वायरस से बचने के लिए भगवान की शरण में जा पहुंचे हैं। इसके अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर प्रकांड विद्वानों द्वारा इस महामारी से बचने के लक्ष्य को लेकर विश्व शांति के लिए 7 दिनों के लिए सहस्त्र चंडी महायज्ञ का आरंभ कर दिया है। इसमें हिमाचल प्रदेश के लगभग 225 कर्मकांडी ब्राह्मणों ने अपने-अपने स्थानों पर इस महायज्ञ का शुभारंभ कर दिया है। सभी ब्राह्मण अपने अपने निवास स्थान पर चंडी यज्ञ का आरंभ करके इस महामारी को दूर करने के लिए अपनी अहम भूमिका प्रदान कर रहे। हैं। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों से अपनी सहभागिता प्रदान कर रहे हैं।
- 225 प्रकांड विद्वानों के मंत्रोच्चारण से गुंजायमान हुआ हिमाचल
वहीं सुंदरनगर के प्रसिद्ध महामाया मंदिर के आचार्य रोशन शर्मा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि जिला शिमला से भागवत व्यास महेंद्र मोहन, प्यारे लाल, पवन शर्मा, जिला सोलन से राजेश शर्मा, कमल कांत शुक्ला, सिरमौर से कपिल शर्मा, धीरज शर्मा, कुल्लू से अनिल शर्मा, हमीरपुर से विनोद शर्मा व दिनेश शर्मा, कांगड़ा से उत्तम शर्मा व अनुष शर्मा, बिलासपुर से रूपलाल शर्मा करसोग से विशाल मणि उपाध्याय, सुंदरनगर से चंद्र भानु शर्मा, जोगिंदरनगर से आचार्य विजय आदि के सानिध्य में अनेक विद्वानों द्वारा सहस्त्र चंडी यज्ञ को पूर्ण किया जा रहा है। आचार्य रोशन ने कहा कि अभी यह प्रदेश स्तर पर किया जा रहा है और आने वाले समय में इस महायज्ञ को पूरे देश में भी आयोजित किया जाएगा। रोशन शर्मा ने कहा कि इस सप्ताह रविवार को इसका विधिवत तौर पर समापन होगा।