उज्जवल हिमाचल। शिमला
विकासार्थ विद्यार्थी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् का एक प्रकल्प है, जो पर्यावरण संबंधी जिसमें जल, जंगल, ज़मीन, जानवर, जन जैसे विषय हैं। पर कार्य करती है। एसएफडी विश्वविद्यालय इकाई की संयोजिका मानसी ने बताया कि एसएफडी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य पर 75 दिन 75 स्थान अभियान के निमित शिमला के सांगटी में चलाया गया सफाई अभियान चलाया गया।
इस अभियान के तहत प्रकृति को बचाने के लिए ऐसे कई स्थानों पर सफाई अभियान चलाकर समाज में जागरूकता का संदेश देने के साथ ऐसे प्राकृतिक संसाधन जो नष्ट हो चुके हैं, उसे पुनः जीवंत करने का कार्य कर रही है। एसएफडी लगातार पर्यावरण को बचाने हेतु कार्य करती आ रही है। एसएफडी द्वारा पूरे भारत में एक करोड़ वृक्ष लगाने व उन पौधों के रखरखाव के कार्य भी किया जाता है।
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एसएफडी संयोजिका मानसी ने कहा कि एसएफडी द्वारा प्रकृति की ओर अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें ऐसी प्राकृतिक संसाधन जो प्रदूषित होकर अपना प्राकृतिक सौंदर्य खो चुके हैं, उन्हें गोद लेकर पुनः जीवंत करने का कार्य किया जा रहा है।
इस अभियान के निमित्त सांगटी में एक बावड़ी को एसएफडी विश्वविद्यालय इकाई द्वारा गोद लिया गया है। जिसे एसएफडी के कार्यकर्ता हर सप्ताह सफाई कर के पुनः जीवंत करने का प्रयास करेगें। इस अभियान में एसएफडी विश्वविद्यालय इकाई के कार्यकर्ताओं के साथ सांगटी पंचायत के प्रधान व अन्य स्थानीय निवासियों द्वारा अपना योगदान दिया गया।
मानसी ने बताया कि प्रकृति को बचाने के लिए सभी लोगों को अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करना होगा। साथ ही उन्होंने सांगटी में रहने वाले सभी लोगों से आग्रह किया कि गंदगी न फैलायें व एसएफडी के साथ मिलकर प्रकृति को बचाने के लिए आगे आए।
जारीकर्ताः
मानसी भारद्वाज,
एसएफडी इकाई संयोजिका,
विकासार्थ विद्यार्थी
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला।