विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में 03 अक्टूबर से शारदीय अश्विन नवरात्र शुरू होने जा रहे हैं जोकि 12 अक्टूबर तक चलेंगे। नवरात्रों का विधिवत पूजा-अर्चना व झंडा रस्म के साथ आगाज होगा। मन्दिर अधिकारी मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि मंदिर के कपाट पहले नवरात्र से सुबह 5 बजे खुलेंगे और यात्रियों की संख्या खत्म होने पर मन्दिर रात को बंद किया जाएगा। इसके अलावा छठी, सप्तमी, अष्टमी को मन्दिर 24 घण्टे दर्शनों के लिए खुला रहेगा। ज्वालामुखी मंदिर में नौ दिनों तक चलने वाले मेलों के दौरान इस बार 100 पुलिस जवान होमगार्डस तैनात रहेंगे जो कि ज्वालामुखी शहर के सभी क्षेत्रों पर नजर रखेंगे।
मन्दिर को रंग बिरंगी लाइटों, ताजे फूलों और अन्य साज सज्जा सामना से सजाया जाएगा। ज्वालामुखी मन्दिर में 50 मेला अतिरिक्त सेवादार नियुक्त किए जाएंगे जोकि सफाई व अन्य व्यवस्थाओं को चुस्त दरुस्त रखेंगे। ज्वालामुखी शहर को 7 सेक्टरों में विभाजित किया गया है और ड्रोन कैमेरे से भी एरियल व्यू से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी। नवरात्र में मंदिर के गर्भ गृह में नारियल ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। वहीं ज्वाला ज्योतियों का लाइव दर्शन शहर व मन्दिर में लगी एलईडी पर लगातार होता रहेगा। माता ज्वाला की विधिवत पूजा अर्चना व भोग प्रसाद समयानुसार लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से मेलों में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा। लाइनों में लगे श्रद्धालुओं को पेयजल सुविधा के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी।