उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
शरण कॉलेज ऑफ एजुकेशन फ़ॉर वूमेन घुरकड़ी (कांगड़ा) में सालाना पारितोषिक वितरण समारोह (गरिमा) का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन वाली छात्राओं को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. चमन लाल बंगा (हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला) द्वारा मां सरस्वती के चरणों में दीपक प्रज्वलित कर हुआ। इस अवसर पर कॉलेज निदेशक शालिनी सैनी, एकेडमिक डायरेक्टर मल्लिका शर्मा सैनी, कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. सुमन शर्मा, स्कूल प्रिंसिपल डॉ.आरती शर्मा व अन्य मौजूद रहे। सर्वप्रथम डीएलएड प्रथम वर्ष की छात्राओं ने मां सरस्वती के चरणों में नृत्य सहित सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
कॉलेज प्राचार्या डॉ. सुमन शर्मा की अध्यक्षता में मुख्य अतिथि डॉ. चमन लाल बंगा तथा उनकी धर्मपत्नी मंजू बंगा तथा सुपुत्री हरनूर का निदेशक शालिनी सैनी व एकेडमिक डायरेक्टर ने पुष्प-गुच्छ देकर अभिनन्दन व भरपूर स्वागत किया। डॉ. बंगा ने पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत कर कार्यक्रम की शोभा को चार चांद लगा दिए। ततपश्चात कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. सुमन शर्मा ने सालाना रिपोर्ट पढ़कर कॉलेज की उपलब्धियों से अवगत करवाया।उसके बाद एकेडमिक और अन्य गतिविधियों में छात्राओं के बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हें प्रथम, द्वितीय, तृतीय व सांत्वना पुरस्कारों से नवाजा गया। पुरस्कार वितरण समारोह में उन छात्राओं को भी नवाजा गया जोकि अपनी शिक्षा पूर्ण कर चुकी हैं। जिन भी छात्राओं ने सालभर गतिविधियों में भाग लेकर प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त किया था उन सभी को पुरस्कृत किया गया।
मीडिया को भी गेस्ट ऑफ ऑनर देकर किया सम्मानित
मीडिया को भी गेस्ट ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया। साथ ही विभिन्न सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों तथा दूसरे अतिथिगण को भी गेस्ट ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में बीएड की छात्रा दीक्षा और आकांक्षा ने मुख्यातिथि के स्वागत में युगल नृत्य प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। उसके उपरांत डीएलएड द्वितीय वर्ष की छात्राओं द्वारा पंजाबी भांगड़ा प्रस्तुत कर सबको पंजाबी संस्कृति से अवगत करवाया गया। पंजाब के उपरांत बीएड तथा डीएलएड छात्राओं ने हिमाचल की सैर करवाते हुए हिमाचली झमाकड़ा प्रस्तुत कर सभी को हिमाचली होने पर गर्व महसूस करवाया।
बीएड द्वितीय वर्ष की प्रशिक्षु छात्राओं ने पंजाबी गिद्दे से काफी वाहवाही लूटी
बीएड प्रथम वर्ष की शिवानी ने माए नी मेरी शिमले दी राहें चंबा कितनी की दूर गाने को अपनी मधुर आवाज़ में गाकर मुख्यातिथि को भी गाने के लिए विवश कर दिया। डॉ. बंगा ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अगर हमारे शिक्षार्थी मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने में सफल होते हैं उनका वर्तमान ही नहीं, भविष्य भी उज्ज्वल होगा। विद्यार्थी काल में अनुशासन परिश्रम की आदत बनानी चाहिए ताकि इसका लम्बे समय तक लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि आज समय कौशल विकास और डिजिटाइजेशन का है, इस हेतु विद्यार्थियों के कौशल विकास की दिशा में विशेष ध्यान दें। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम भारत की सांस्कृतिक एकता को दर्शाते हैं। डॉ. सुमन ने कहा कि उनका लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ बच्चों की मानसिक शक्ति का विकास करना है। अंत में बीएड द्वितीय वर्ष की प्रशिक्षु छात्राओं ने पंजाबी गिद्दे से काफी वाहवाही लूटी। साथ ही शरण कॉलेज के प्रांगण में आर्ट एंड क्राफ्ट की तरफ से कलामंच प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां आकर्षण का केंद्र रहीं।