फ्रंटलाइन वर्कर्स के जज्बे को सलाम: जेसीबी की बकेट में बैठकर वैक्सीनेशन करने के लिए पार किया रास्ता

करसोग की दूरदराज पंंचायत सरतेयोला में बुजुर्गों को कोरोना की वैक्सीन लगाने के जान हथेली पर रखकर पहुंची विभाग की टीम

उमेश भारद्वाज। मंडी

मंडी जिला के करसोग उपमंडल में स्वास्थ्य विभाग की टीम के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण करसोग की अति दुर्गम पंचायतों में वैक्सिनेशन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसके तहत विभाग द्वारा करसोग की दूरदराज पंंचायत सरतेयोला में चलने फिरने में असमर्थ बुजुर्गों को कोरोना की वेक्सीन लगाई गई। सडक़ मार्ग से पांच से छह किलोमीटर दूर इस कठिन क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की टीम जान हथेली पर लेकर पहुंची और यहां पंचायत भवन में चलने फिरने में असमर्थ बुजुर्गों का कोरोना टीकाकरण किया गया। आजादी के सात दशक बाद भी अभी तक सरतेयोला पंचायत सडक़ सुविधा से नहीं जुड़ पाया है। इस अति दुर्गम पंचायत में स्वास्थ्य विभाग की टीम को खतरनाक रास्ते से होकर बहुत मुश्किल से वेक्सीन लगाने के लिए पहुंचना पड़ा। यहां तक कि एक जगह पर तो हेल्थ विभाग की टीम को जेसीबी की बकेट में बैठकर रास्ता पार करना पड़ा। इससे घरद्वार पर कोरोना वेक्सीन लगने से बुजुर्गों ने भी राहत की सांस ली है।

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने कठिन भौगोलिक स्थिति को देखते हुए सरतेयोला पंचायत के बुजुर्गों को पंचायत में टीकाकरण का निर्णय लिया था। इसके लिए लोगों ने स्वास्थ्य विभाग का आभार प्रकट किया है। सरतेयोला पंचायत में वेक्सीन लगाने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम में रमेश वर्मा फार्मासिस्ट माहूनांग, फीमेल हेल्थ वर्कर कुनहों,कला ठाकुर व याचना हेल्थ सब सेंटर चिंडी शामिल थे। इसके लिए स्थानीय प्रधान तिलक वर्मा ने बीएमओ करसोग सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम का आभार प्रकट किया है।

करसोग विकास खंड की ग्राम पंचायत प्रधान तिलक वर्मा ने कहा कि दूरदराज की पंचायत सरतेयोला में वेक्सिनेशन की गई है। ये पंचायत अभी सडक़ सुविधा से नहीं जुड़ी है। स्वास्थ्य विभाग ने इस दुर्गम पंचायत में वेक्सिनेशन के लिए टीम भेजी। ऐसे में चलने फिरने में असमर्थ बुजुर्गों को घरद्वार पर ही टीका लगाया गया। उन्होंने भविष्य में भी टीकाकरण के लिए पंचायत में टीम भेजे जाने का आग्रह किया है।जिससे दूरदराज के लोगों को वेक्सीन के लिए आ रही परेशानियों का सामना न करना पड़े।