उज्जवल हिमाचल । कांगड़ा
एसएमआई अस्पताल के निर्देशक व चीफ आई सर्जन डॉ संदीप महाजन ने बताया कि शनिवार को घुरकड़ी स्थित एसएमआई अस्पताल में ड्राई आई कैंप का सफल आयोजन किया गया। इस कैंप में लगभग 120 से ज्यादा मरीजों की आंखों का सफल निरीक्षण किया गया। जिसमें 20 के करीब मरीजों की आँखें ड्राई आई जैसे रोग से ग्रस्त पाई गई। एस एम आई हॉस्पिटल घुरकड़ी की टीम में निर्देशक व चीफ आई सर्जन डॉ संदीप महाजन डॉ गीतांजलि सूद डॉ. बीना शाह डॉ कुमारी मुग्धा व डॉ अदिति प्राशर व वरिष्ठ ऑफथैलिमिक ऑफिसर अंजु मोंगरा उपस्थित रही। इस कैंप में मरीजों की आंखों के निरीक्षण के दौरान विभिन्न बीमारियां सामने आई जिसमें मुख्यतः सफेद मोतियाबिंद कालामोतियाबिंद आंखों के पर्दे से सम्बधित बीमारियां।
कैंप में नेत्र विशेषज्ञों की टीम ने मरीजों को ड्राई आई यानि आँखों का सूखापन से मरीजों को अवगत करवाया। जिसमें आंखों के सूखापन के लक्षण व उसके बचाव व रोकथाम के बारे में मरीजों को बताया। उन्होने बताया कि इस रोग से ग्रस्त रोगी को समय रहते नेत्र विशेषज्ञों से आंखों का उपचार करवाना चाहिए। इस रोग के मुख्य लक्षण आंखों में थकावट महसूस करना नजर का धुंधला होना, आंखों में रड़क पड़ना, आंखों में खुजली होना, आंखों की प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता इत्यादि।
इस रोग के होने के मुख्य कारण स्क्रीनिंग टाईम ज्यादा होना, पर्यावरण में दूषित हवा होने से आंखों की रोशनी पर बुरा प्रभाव पड़ना, दवाईयों का ज्यादा सेवन करने से आंखों का ड्राई होना, मधुमेह से गस्त रोगी की आंखों का ड्राई होना, हॉरमान चेजिंग से महिलाओं की आंखों का ज्यादा ड्राई होना, बढ़ती हुई आयु के साथ आंखों की ग्रंथियों का कमजोर होना। यह लक्षण आंखों में ड्राई यानि सूखेपन के रोग को दर्शाते है। यदि समय रहते इस रोग का इलाज न करवाया जाए तो एक समय ऐसा भी हो सकता है जिसमे रोगी अपनी आंखों की रोशनी को हमेशा के लिए खो सकता है यानि दृष्टिहीन हो सकता है।
नेत्र विशेषज्ञों की टीम ने इस रोग के बचाव व रोकथाम के लिए भी मरीजों को अवगत कराया। इसमें ज्यादा पानी पीना, 20-20-20 के नियम का पालन करना, आंखों की पलकों को निरन्तर झपकना, धुम्रपान न करना, आंखों को साफ रखना इत्यादि इस रोग से बचने के बचाव व रोकथाम है जिससे इस रोग से आंखों को बचाया जा सकता है।
डॉ संदीप महाजन ने मरीजों को ड्राई आई से बचने के लिए व इस रोग का समय रहते इलाज करने के लिए सुझाव वताए। एस एम आई अस्पताल में उपलब्ध अत्याधुनिक तकनीको मशीनों से इस रोग का इलाज किया जा सकता है। एस एम आई अस्पताल के निर्देशक व प्रबन्धन समिति ने बताया कि ऐसे कैंपों के आयोजन का मुख्य लक्ष्य मरीजों की आंखों की रोशनी को बचाना है और मरीजों को जागरूक करना है कि आंखों से सम्बधित रोगों का उपचार समय रहते करवाए।