तत्परताः परौर में कोविड मेकशिफ्ट अस्पताल का कार्य आरंभ

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। धर्मशाला

राधास्वामी सत्संग परौर में 250 बेड के कोविड मेकशिफ्ट का कार्य आरंभ हो चुका है तथा 15 मई से कोविड रोगियों को इस अस्पताल में उपचार की सुविधा मिलना आरंभ हो जाएगा। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राधास्वामी सत्संग परौर में कोविड मेकशिफ्ट अस्पताल के निर्माण के लिए निरीक्षण किया था तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए थे। उन्होंने कहा कि एक दिन में सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के पश्चात यहां पर निर्माण कार्य आरंभ हो चुका है तथा दिन रात कार्य किया जाएगा, ताकि इस मेकशिफ्ट अस्पताल का कोविड के उपयोग किया जा सके।

  • एक दिन के भीतर ही प्रशासन ने पूरीं की औपचारिकताएं
  • 15 मई से कोविड रोगियों को मिलेगी उपचार की सुविधा: डीसी

उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि राधा स्वामी सत्संग परौर में मेकशिफ्ट अस्पताल के लिए काफी खुली जगह है तथा यहां पर जरूरत के हिसाब से अगले चरण में बेड की संख्या एक हजार तक भी पहुंचाई जा सकती है, जो कि प्रदेश में सबसे बड़ा कोविड मेकशिफ्ट अस्पताल भी बन सकता है। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि गत वर्ष भी इसी जगह पर कोविड केयर सेंटर भी बनाया गया था। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में कोविड संक्रमण पिछले कुछ दिनों से तेजी से फैल रहा है तथा इसी को मध्येनजर रखते हुए सरकार तथा प्रशासन द्वारा कोविड से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं।

राकेश प्रजापति ने कहा कि पिछले पांच दिनों में कांगड़ा जिला में 3954 कोविड पॉजिटिव के नए मामले आए थे तथा इसी अवधि में 85 कोविड संक्रमित नागरिकों की मौत भी हुई है। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में कोविड अस्पतालों में बेड क्षमता में बढ़ोतरी की जा रही है तथा जोनल अस्पताल धर्मशाला, मेडिकल कालेज टांडा, आयुर्वेदिक कालेज पपरोला सहित छह विभिन्न निजी अस्पतालों में कोविड संक्रमितों के उपचार के लिए सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला ऑक्सीजन का भी पर्याप्त भंडारण किया गया तथा अस्पतालों को जरूरत के हिसाब से आक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित की जा रही है।

इसके साथ ही कोविड संक्रमित रोगियों से भी नियमित तौर पर जिला मुख्यालय तथा उपमंडल मुख्यालय के कंट्रोल रूम के माध्यम से संपर्क किया जा रहा है। इसके साथ ही 1077 टोल फ्री नंबर के माध्यम से कोविड संक्रमितों तथा उनके परिजनों को उचित परामर्श भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की महामारी से निपटने के लिए प्रशासन के साथ-साथ आम जनमानस का सहयोग भी बहुत जरूरी है।