उज्जवल हिमाचल। बिलासपुर
अडानी समूह द्वारा टेक ओवर किए गए एसीसी तथा अंबुजा सीमेंट प्लांट पर ताला लगाए जाने के फरमान के बाद बिलासपुर में हड़कंप मच गया है। बिलासपुर जिला में सबसे पहले लगने वाले किसी कारखाने पर संकट के बादल छाने के बाद राजनेता और विभिन्न संगठन लामबंद होने लगे हैं।
इसी आशय को लेकर आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य परवेश चंदेल ने बाकायदा पत्रकारवार्ता कर लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के घनिष्ठ मित्र अडाणी और अंबानी के इरादे नेक नहीं है। अब भी समय है कि इस फरमान का विरोध सभी लोगों को बिना किसी भेदभाव के करना चाहिए।
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इसके लिए सभी संगठनों और राजनीतिक दलों को एक मंच पर आकर विरोध जताना चाहिए ताकि एक दम से लाखों लोगों की रोजी रोटी पर आए संकट को टाला जा सके। परवेश चंदेल ने प्रदेश में गठित नई सरकार से भी मांग की है कि वे एमओयू की जांच करें तथा हल निकालें या फिर इन कारखानों को अपने अधीन लेकर लाखों लोगों के रोजगार को बचाएं।
परवेश चंदेल ने कहा कि जब यह सीमेंट प्लांट लगा था तो ढुलाई को लेकर यहां के लोगों ने संघर्ष किया और ढुलाई कार्य को लेकर हजारों लोगों को रोजगार मुहैया करवाया था। उन्होंने कहा कि लंबे समय से किराए को कम करने की कवायद छिड़ी है।
लेकिन जब तेल की कीमतें निरंतर बढ़ रही हैं, तो किरायों में बढ़ोतरी होनी चाहिए। चंदेल ने कहा कि केंद्र सरकार के मित्र अडानी क्या स्वयं की ट्रांस्पोर्ट कंपनी खोलना चाहता है। सीमेंट के दामों को कम करने की कोई बात नहीं कर रहा।