उज्जवल हिमाचल। मंडी
हिमाचल प्रदेश सरकार एक स्थिर सरकार नहीं है और स्थिरता के नाम पर यह हिचकोले खाती सरकार है। यह बात रविवार को मंडी में प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता अजय राणा ने मीडिया को जारी अपने एक ब्यान में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अंदरूनी घुन का शिकार है और इसका अंदाजा सरकार के मंत्रिमंडल गठन से लगाया जा सकता है।
कांगड़ा प्रदेश में इतना बड़ा जिला होने के भी बावजूद सत्ता के विकेंद्रीकरण के कारण पहली बार मंत्रिमंडल में तहजीर न मिलने का दंश झेल रहा है। प्रदेश सरकार में चौधरी चंद्र कुमार को मात्र झुनझुना थमाया गया है। जिला कांगडा का अधिमान बढ़ाते हुए हमेशा से कई कद्दावर नेता मंत्री रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मंडी से पंडित गौरी प्रसाद से लेकर ठाकुर कर्म सिंह, पंडित सुखराम, रंगीला राम राव, ठाकुर कौल सिंह, ठाकुर सत्य प्रकाश, राजकिशन गौड, रूप सिंह ठाकुर, दिले राम, प्रकाश चौधरी, ठाकुर महेन्द्र सिंह कई नेता मंत्री रहे हैं। लेकिन मंडी जिला से कांग्रेस विधायक के चुनावों में जीत दर्ज करने के बावजूद दूसरे गुट से संबंधित होने के कारण पूरे जिला से बदला लिया जा रहा है।
अजय राणा ने कहा मुख्यमंत्री सुख्खू के दौरे से विधायक तक कन्नी काट रहे हैं। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि जिस विधायक के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह कसीदे पढ़ते थे उन्हें आज बैठकों में कुर्सी की डंडी पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ता हैं।
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सुख्खू सरकार मात्र कर रही कार्य करने का दिखावा
प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा ने कहा कि प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुख्खू सरकार कार्य करने को लेकर मात्र झूठा दिखावा कर रही है। इससे प्रतीत हो रहा है कि मुख्यमंत्री स्टेरिंग पर तो बैठ गए हैं लेकिन उन्हें यह पता नहीं चल रहा है कि ये बस है या ट्रक। उनका स्टेयरिंग उनकी पार्टी के अपने लोग ही नहीं मुड़ने दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार अपनी पार्टी के पैदा किए हुए ज्वालामुखी पर बैठी है। हर जगह से सरकार के प्रति अविश्वास और अनरेस्ट नजर आ रहा है। अजय राणा ने कहा कि भाजपा प्रदेश की जनता द्वारा दिए गए जनादेश का सम्मान करती है। लेकिन कांग्रेस पार्टी में सुलगती चिंगारियां कहीं न कहीं ज्वालामुखी रूप लेने में भी ज्यादा समय नहीं लेगी।