उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सचिव वीरेंद्र चौधरी तथा विशाल चौहान ने एक बयान में कहा कि वर्तमान मैं हिमाचल सरकार द्वारा पेश किया गया बजट में कुछ नया देखने को नहीं मिला है। जो भी घोषणाएं की गई हैं, उसमें बजट कहां से आएगा। इसकी बिल्कुल भी चिंता नहीं की गई है।
वर्तमान बजट में आय और व्यय को देखते हुए करीब 6,000 करोड़ का घाटा इस वर्ष होने वाला है, इसके लिए आय के स्त्रोत कहां से बनेंगे, उस पर सरकार द्वारा कुछ भी गंभीर कदम नहीं उठाए गए हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार प्रदेश को कर्ज में डुबोने की ओर अग्रसर है।
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अपने घोषणा पत्र के अनुसार जो वायदे युवाओं को रोजगार तथा महिलाओं को लाभ देने की बात सुक्खू सरकार ने कही थी, उसके विपरीत युवाओं के रोजगार पर कुछ विशेष काम नहीं किया गया है। गोबर की खरीद तथा बिजली सब्सिडी पर कुछ विशेष टिप्पणी नहीं की गई है। सारी घोषणाएं मात्र हवा में है। उन्हें धरातल में लाने के कुछ विशेष दिखता हुआ नजर नहीं आ रहा है।
हिमाचल को ग्रीन स्टेट बनाने की बात कही गई है परंतु इसके लिए आधारभूत ढांचा कहां से आएगा, इसका कोई भी प्रावधान नहीं किया गया है। 1,500 नई इलेक्ट्रिकल बसें लेने की बात भी कही गई है। परंतु इसके लिए बजट का प्रावधान कहां से किया जाएगा? इस पर भी कुछ स्पष्ट रूप से नहीं कहा गया है। कुल मिलाकर यह बजट ने आम जनता की आशाओं पर पानी फेरा है।