टैक्सी ऑपरेटरों की दिक्कतें भी सुनो सरकार

उज्ज्वल हिमाचल। बैजनाथ

बिनवा टैक्सी यूनियन पपरोला ने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान ट्रांसपोर्टरों को भी क्षति पूर्ति करने के लिए हिमाचल परिवहन निगम के निदेशक को पत्र लिखकर गुहार लगाई है कि टैक्सी ऑपरेटर घर का खर्चा चला पाने में असमर्थ हो गया है। क्योंकि इस लॉकडाउन में टैक्सी न चलने के कारण उन्हें आर्थिक तंगी का का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि यद्यपि सरकार ने गाड़ी की किस्तें तीन माह लेट करके राहत तो दी है लेकिन विलंब का अतिरिक्त ब्याज भी उन्हें देना पड़ेगा जो कि एक समस्या है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के समय गाड़ियों की इंश्योरेंस का समय भी खत्म हो रहा है उसे भी सहन कर पाना भी मुश्किल है। प्रदेश में पर्यटन सीजन में लॉक डाउन के चलते उनका सारा सीजन व कारोबार खत्म हो गया है जिसकी भरपाई टैक्सी ऑपरेटर पूरा वर्ष नहीं कर पाएंगे।

उन्होंने बताया कि सरकारी व गैर सरकारी स्टाफ, बैंक, स्वास्थ्य व अन्य विभाग के साथ लगने वाली गाड़ी के लिए सरकार द्वारा निजी गाड़ी को ही परमिशन दी गई है। उन्होंने बताया कि गाड़ियों में लगी जीपीएस डिवाइस की वैलिडिटी खड़ी गाड़ी में ही खत्म हो रही है। खड़ी गाड़ियों का पासिंग समय भी प्रभावित हो रहा है जोकि ऑपरेटर के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है। उन्होंने सरकार व विभाग से आग्रह किया है कि टैक्सी ऑपरेटरों की समस्या देखते हुए विभागीय व आबकारी व कराधान द्वारा दिए जाने वाला टैक्स आगामी 6 मई तक जमा किया जाए तथा गाड़ियों की पासिंग तिथि को 6 माह के लिए बढ़ाया जाए। गाड़ियों की इंश्योरेंस का समय अवधि भी छह माह बढ़ाने तथा गाड़ियों में लगे जीपीएस डिवाइस की वैलिडिटी को भी आगे बढ़ाया जाए तथा किस्तों पर लगने वाले ब्याज को माफ करने या गाड़ी की किस्त फाइनेंस कंपनी द्वारा काटी गई लोन सिक्योरिटी से अदा की जाए।