शिक्षक विजय हीर ने दीक्षा पोर्टल पर पूर्ण किए 400 कोर्स

एसके शर्मा। हमीरपुर

एनसीईआरटी और मानव संसाधन मंत्रालय की संयुक्त पहल दीक्षा में हमीरपुर के शिक्षक विजय हीर ने 400 कोर्स पूरे करने का नया कीर्तिमान बनाया है। भारत सरकार के शिक्षा क्षेत्र में सर्वोच्च डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर नॉलेज शेयरिंग पोर्टल को ही दीक्षा प्रोजेक्ट का नाम दिया गया है, जिसमें शिक्षकों के लिए विविध प्रशिक्षण कोर्स देश के विभिन्न राज्यों, विभिन्न शिक्षा बोर्डों ने डाले हैं। इस पोर्टल पर मौजूद कुल 450 कोर्स में से 400 से अधिक कोर्स देश की 8 भाषाओं में लॉकडाउन के बाद करने का रिकॉर्ड बनाकर हीर ने प्रदेश का नाम चमकाया है और यह उपलब्धि अकादमिक क्षेत्र में बड़ा महत्व रखती है।

विजय हीर इस समय राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घंगोट जिला हमीरपुर में बतौर टीजीटी कला कार्यरत हैं। देश में लॉकडाउन लगने के एक माह के भीतर हीर ने कक्षा 6 से 10 की सामाजिक अध्ययन और अंग्रेज़ी विषय की 29 किताबों की ईलेक्ट्रोनिक पाठ योजनाएं बनाकर देश के शिक्षकों हेतु इंटरनेट पर अपलोड करने का रिकॉर्ड बनाया था और प्रदेश शिक्षा बोर्ड, प्रदेश विश्वविद्यालय, एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम की 3112 त्रुटियों का खुलासा और निवारण आदि करवाना उनकी अद्वितीय उपलब्धि रही है।

18 साल की सेवा में अनेकों बेमिसाल कार्य करने वाले शिक्षक विजय हीर को अब तक 7 राज्य स्तरीय सम्मान मिले हैं और 2 संघों में 12 वर्ष तक प्रारम्भिक स्तर पर प्रदेश अध्यक्ष, बीआरसीसी संघ प्रदेश महासचिव और वर्तमान में राजकीय टीजीटी कला संघ हमीरपुर के अध्यक्ष हैं। हर स्तर के शिक्षकों के सैंकड़ों कार्य व समस्याएं हल करने के साथ-साथ नियुक्ति, स्थायीकरण और पदोन्नति, नौकरी बहाली में उनका अहम योगदान रहा है।

वर्ष 2006 में ब्रूनों ग्रोनिंग की जीवनी पर बनी जर्मन टेलीफिल्म के संवाद लेखन, फ्रेंच व जर्मन भाषा की किताबों ‘लैटर टू टीचर व ‘द ईडियट टीचर’ का अनुवाद एसएसए हेतु हीर ने किया था और प्रदेश में प्राथमिक स्तर पर 2003 में कंप्यूटर शिक्षण शुरू करने, बच्चों के लिए अपने खर्चे पर समर कैंप व 7 बड़े शैक्षिक भ्रमण करवाना, पहली बाल अधिकार रक्षा इकाई और जैव विविधता कोष का गठन, मिड डे मील के दौरान आगजनी रोकना, सर्व शिक्षा अभियान पर प्रथम टेलीफिल्म अपने खर्चे पर बनाना, 470 से अधिक दिनों तक एसएसए में शिक्षक प्रशिक्षक रहना, यूनेस्को के शैक्षिक उद्देश्य तय करने में भाग लेना है।

स्कूलों में नवीन सुविधाएं व अंग्रेज़ी माध्यम मॉडल क्लस्टर बनाना, योग एवं हिमाचली संस्कृति सहित आधार प्लस की किताबों के लेखन में मुख्य योगदान, स्कूलों की वेबसाईट्स बनाना, एसएमएस से होमवर्क भेजने वाला नवाचार प्रदेश में सर्वप्रथम करने की उपलब्धियां प्राथमिक स्तर पर हासिल कीं और बतौर बीआरसीसी बिझड़ी, 25 ऐसे नवाचार किए कि राष्ट्रीय शिक्षा सचिव अनिल स्वरूप और शिक्षा सचिव आरडी धीमान सहित एनसीईआरटी और न्यूपा ने उनकी सराहना करते हुए पूरे प्रदेश को इनका अनुसरण करने को कहा क्योंकि बिझड़ी खंड में सर्वाधिक इंस्पेक्शन और सबसे बेहतर परीक्षा परिणाम और पूरे खंड का दस प्रतिशत नामांकन बढ़ना बेहतर कार्य का परिणाम रहा है।

मीडिया में सैंकड़ों लेख , वेबसाईट्स में 2000 से ज्यादा वर्कशीट्स, 5 वेबसाईट्स बनाना, सैंकड़ों नावाचार और सतत शत प्रतिशत शिक्षण परिणाम देने वाले शिक्षक विजय हीर आज भी दिन रात शिक्षण में नए कीर्तिमान स्थापित करते हुए शिक्षक समाज को दिशा दिखा रहे हैं।