प्रदेश में एक ऐसा स्कूल जहां बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर पढ़ने को मजबूर

स्कूल भवन की हालत खस्ता, हादसे को दे रहे न्यौता

उज्जवल हिमाचल। चंबा

चम्बा मुख्यालय के साथ लगती राजपुरा पंचायत के अधीन आने वाले राजकीय प्राथमिक पाठशाला फोल्गत में स्कूली बच्चे जान जोखिम में डाल कर शिक्षा हासिल करने को मजबूर हैं। स्कूल भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। भवन के लेंटर के ऊपर और नीचे दोनों तरफ से पूरी तरह से खराब हो चुका है। लेंटर की छत नीचे से टूट रही है, जिससे लोहे का सरिया बिल्कुल सामने दिख रहा है। यहां बच्चों के कमरे में खेलने का सामान रखा है और जब भी बच्चे वहां खेलने के लिए जाते तो उन्हें हमेशा ही खतरा बना रहता है।

कमरों की दीवारों पर बड़ी-बड़ी दरारें भी साफ तौर पर देखी जा सकती हैं। लेंटर ऊपर से भी पूरी तरह से टूट रहा है। बारिश के दिनों में लेंटर से पानी टपकता है, जिसे रोकने के लिए वहां पर सीमेंट भी बिछाया गया। लेकिन, सीमेंट धीरे-धीरे उखड़ रहा है। कुल मिलाकर भवन की हालत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार इस बारे विभाग और राजनीतिज्ञों से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला है ।

स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष निशा, अभिभावकों में राजीव कुमार, नरेश कुमार, दलीप कुमार, केसर सिंह ने बताया कि स्कूल के कमरों की छत टूट रही है, इस कारण हर समय हादसे का ही भय बना रहता है। बताया कि बारिश के दिनों में छत से पानी टपकता है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि जल्द से उनके स्कूल की मरम्मत करवाई जाए। एसएमसी अध्यक्ष ने बताया कि स्कूल भवन की छत टूट रही है, जिससे हादसे का भय है। इस बारे में विभाग को पहले सूचित किया जा चुका है, लेकिन, आश्वासन के सिवाय कुछ भी नहीं हो पाया है। फोल्गत स्कूल प्रभारी अरविंद ने बताया कि शिक्षा विभाग के कनिष्ठ अभियंता ने स्कूल की निरीक्षण किया था। उनकी ओर से अपने स्तर पर एस्टीमेट दिया। जिसके बाद अमूमन पांच लाख का बजट बीपीओ कियाणी में पहुंच चुका है।

संवाददाताः शैलेश शर्मा

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