उज्जवल हिमाचल पालमपुर
भाजपा नेता त्रिलोक कपूर ने कहा कि आज पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष राकेश शर्मा की अगुवाई में पंचायत और वार्ड आधारित 51 युवाओं के चिट्टा निवारण समिति का गठन किया है, जिसमें पुलिस विभाग से सेवानिवृत इंस्पेक्टर ठाकुर राम व अंकुश राणा को इस समिति का सहसंयोजक बनाया गया है। समिति से जुड़े सभी सदस्य अपनी-अपनी पंचायत और वार्ड में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, महिला मंडलों के प्रतिनिधियों से मिलकर स्थानीय स्तर पर इस प्रकार की समिति का गठन करेंगे ताकि समाज के हर वर्ग व जनवासी को जन चेतना अभियान में जोड़कर चिट्टा के सौदागरों को यहां से खदेड़ने में सफल हो सके।
उन्होंने कहा कि आज यह चिट्टा प्रभावित परिवारों की समस्या ही नहीं है बल्कि यह आने वाले समय में धीरे-धीरे हर परिवार की समस्या बन जाएगी, अगर समय रहते इसके विरुद्ध हमने कदम नहीं उठाए। उन्होंने कहा कि आज नित दिन चिट्टा से किसी न किसी की मृत्यु का समाचार पढ़ने को मिलता है। पहले तो नौजवान इसका शिकार होने लगे थे अब धीरे-धीरे युवतियां भी इसकी गिरफ्त में आ रही हैं। उन्होंने इस अवसर पर पालमपुर थाना प्रभारी की सक्रियता व कार्रवाई पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए यह आग्रह किया है कि जो चिट्टा के बड़े सरगना है उन पर भी हाथ डालने का साहस दिखाएं। पालमपुर चिट्टा निवारण समिति हर प्रकार से पुलिस प्रशासन का सहयोग करेगी। उन्होंने पुलिस प्रशासन से यह भी मांग की है कि जितने भी चिट्टे के स्मगलर हैं उनको सार्वजनिक रूप से जनता और समाज के बीच में बेनकाब करने का काम करें ताकि जनता उनकी ऐसी जानलेवा करतूत वालों को जान और पहचान सके।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कुछ समय पहले अपने प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र में चिट्टे के पांव पसारने की घटनाओं के बारे में समाचार पत्रों में पढ़ते थे और उसके पश्चात जिस प्रदेश को देश और दुनिया में देवभूमि प्रदेश के रूप में जानते थे आज वह प्रदेश चिट्टा प्रदेश भूमि के रूप में अपना पांव पसार रहा है और जिला कांगड़ा में चिट्टा की सबसे ज्यादा घटनाएं जब पालमपुर में वढ़ने लगी थी तो ऐसी घटनाओं का केंद्र पालमपुर का विंद्रावन बन गया और इसी के दृष्टिगत चिट्टा तस्करों के विरुद्ध लड़ाई लड़ने के लिए विंद्रावन में ही भाजपा सरकार ने एक अस्थाई रूप से पुलिस चौकी स्थापित की थी और जिसके फल स्वरुप चिट्टा तस्करों को दबोचने में और भगाने में इस पुलिस चौकी का बहुत लाभ नजर आने लगा। लेकिन दुर्भाग्यवश जब व्यवस्था परिवर्तन की सरकार आई तो पालमपुर के ताला विधायक ने इस पुलिस चौकी पर भी ताला लगाकर चिट्टा तस्करों को निर्भीक होकर अपना काम करने में कोई असुविधा न हो इसके लिए पुलिस चौकी को ही बंद कर दिया। आज उसका परिणाम यह हुआ की पालमपुर क्षेत्र के अंतर्गत गांव, पंचायत और गलियों में नहीं बल्कि घर द्वार में चिट्टा अपने पांव पसारता नजर आने लगा।
कपूर ने कहा कि हैरानी का विषय यह है कि ऐसे चिट्टा तस्कर जो की सरेआम बेखौफ होकर घूम रहे हैं लेकिन इसके विरुद्ध बनाए गए कानून के इतने हाथ कमजोर हैं कि हम चाह कर भी उन पर पूरी तरह लगाम लगाने में सक्षम नहीं है।
भाजपा नेता कपूर ने कहा कि नारकोटिक ड्रग्स और साइकॉट्रॉपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) जो इसके विरुद्ध एक कानून बनाया गया है वह वर्तमान स्थिति में इस चुनौती से लड़ने में न काफी है, हिमाचल प्रदेश में इस नारको टेररिज्म के विरुद्ध बड़ी संवेदनशीलता के साथ लड़ने की आवश्यकता है।
उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुखू से आग्रह किया है कि एनडीपीएस एक्ट में संशोधन करके इन चिट्टा तस्करों को सख्त से सख्त सजा मिले ऐसे प्रावधान करने के लिए आने वाले बजट सत्र में एक विशेष बिल लाने की जिद दिखाएं, नहीं तो जितनी देरी इस पर कार्रवाई करने के लिए लगेगी, उतना ही दूसरी तरफ यह समस्या अपना रोद्र रूप धारण कर लेगी तो इस पर काबू पाना फिर आसान नहीं होगा और इससे सैकड़ो हजारों नहीं बल्कि लाखों परिवार इसकी चपेट में आ जाएंगे। उन्होंने इस अवसर पर पालमपुर जनवासियों से यह आग्रह किया है कि नवगठित पालमपुर चिट्टा निवारण समिति के हर सदस्य का मोबाइल नंबर सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया में प्रकाशित किया जा रहा है, जब भी कोई इस प्रकार की संदिग्ध जानकारी उनके ध्यान में आए वह तुरंत उन नंबरों पर फोन करके सूचित करें ताकि पुलिस के सहयोग द्वारा चिट्टा तस्करों तक पहुंचने में हमें आसानी हो सके।