उज्जवल हिमाचल। मंडी
’पहाड़ों की काशी’ मंडी में रविवार को राजदेवता माधोराय की शाही जलेब (शोभायात्रा) के साथ सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की शुरुआत हो गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राजदेवता माधोराय के मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद रियासतकाल से निकलने वाली शाही जलेब में शिरकत की।
पड्डल मैदान में मुख्यमंत्री ने ध्वजारोहण कर शिवरात्रि महोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया। जलेब में हिमाचल के अलावा मंडी जनपद की समृद्ध संस्कृति की झलक दिखी, जिसमें किनौरी नृत्य, सनोर घाटी का नृत्य नाटी और विभिन्न झांकियां भी जलेब में शामिल हुई। इस वर्ष मंडी जिला प्रशासन द्वारा 216 देवी-देवताओं को शिवरात्रि के लिए निमंत्रण भेजा गया था।
माधोराय की जलेब में सबसे आगे पुलिस के घुड़ सवार, पुलिस और होमगार्ड बैंड, पुलिस के जवान, होमगार्ड्स की टुकड़ियों के साथ-साथ सांस्कृतिक छटा बिखेरते सांस्कृतिक दलों ने भी शिरकत की।
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शिवरात्रि महोत्सव के दौरान निकलने वाली माधोराय की जलेब में बालीचौकी क्षेत्र के देवता छानणू-झमाहूं की जोड़ी ढोल नगाड़ों की लय पर झूमते हुए सबसे आगे चलकर शोभा बढ़ाई।
इस मौके पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व की भाजपा सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के भवन को पूर्व भाजपा सरकार द्वारा अधूरा छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी सपने भेजती है, तो उन्हें पूरा करने का भी अधिकार होना चाहिए।
पूर्व में भाजपा सरकार 5 वर्षों तक सत्ता में रहने के बाबजूद भी अपने सपनों को भी पूरा नहीं कर पाई। सूक्खू ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा मंडी में शिवधाम के निर्माण को लेकर पत्थर तो रख दिया गया लेकिन उसके लिए बजट का प्रावधान नहीं कर पाने से उसे खंडहर बना दिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का बल्ह क्षेत्र में एयरपोर्ट बनाने का ड्रीम प्रोजेक्ट था। लेकिन बजट के अभाव के कारण वह सपना भी अधूरा रह गया है।