कांगड़ा: प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल कहलाए जाने वाला डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा चोरों के लिए सबसे बड़ा चोरी का स्थान बना हुआ है। यहां पर हर रोज मरीजों का हजारों रुपए का समान चोरों द्वारा चुरा लिया जाता है।
इसी कड़ी में 5 नवंबर को चोरी करते हुए व्यक्ति सीसीटीवी में कैद हुआ है। सीसीयू कार्डियो विभाग में एक ही रात में सत्तर हजार रूपए ओर 3 मोबाइल फोन चोरी करने का मामला सामने आया है। मरीजों के तीमारदारों द्वारा मरीज के इलाज के लिए एकत्र कर लाए गए पैसों पर चोर गिरोह हर रात बहुत ही सफाई के साथ चोरी कर जाते है। न जाने रोज कितने लोगों का सामान यहां चोरी होता है।
ज्यादातर चोर तो पकड़ में ही नहीं आते है। यहां रात के समय चोरी की घटनाएं बेतहाशा होती है क्योंकि ऐसे समय में मरीज व उनके साथ आए व्यक्ति गहरी नींद में सो रहे होते हैं। ऐसे में चोर गिरोह मौका पाकर मरीजों के साथ आए तीमारदारों के सामान को मौका पाते ही चुराकर वहां से रफूचक्कर हो जाते हैं। कई बार लोग इन चोरों को मौके पर पकड़कर साथ लगती पुलिस चौकी पर भी पहुंचा चुके हैं। लेकिन इन चोर गिरोह पर कुछ खास कार्रवाई नहीं की जाती। इस तरह की घटनाएं होनी आम हो चुकी है।
हर रोज डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में उपचार के लिए आए मरीजों से इस तरह की बातें सुनने को मिल जाती है कि उनका सामान व मोबाइल चोरी हो चुका है। लेकिन इस बात को लेकर टांडा मेडिकल अस्पताल जरा भी गंभीर नहीं दिखता। प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल कहलाने वाला टांडा मेडिकल अस्पताल इन दिनों सबसे बड़ा मरीजों के लिए चोरी होने वाला स्थान बनता जा रहा है। सुविधाओं के अभाव में मरीज व उनके तामीरदार यहां पहुंचकर इस तरह की चोरी की घटनाओं के बाद परेशान होकर घर पहुंचते हैं।
यहां पर इलाज के लिए पहुंचे मरीजों व उनके तामीरदारों का कहना है कि यहां पर उच्च गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। ताकि इस तरह के चोर मौके पर चोरी करते हुए साफ दिखे व उन्हें पकड़ने में आसानी हो। अस्पताल प्रशासन को इस तरह के चोरों पर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए व इनकी चोरी करती हुई तस्वीरे अस्पताल के भीतर चलाई जानी चाहिए ताकि यहां ईलाज को आए लोग अपने सामान की रखवाली के लिए इनसे अपना बचाव कर सके।
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पुलिस चौकी टांडा में इस मामले पर बात करने पर उन्होंने बताया कि उक्त व्यक्ति ने मुंह पर मास्क पहन रखा था व जूते डाल रखे थे। व्यक्ति का मुंह मास्क से ढका होने के कारण उसकी पहचान नहीं हो पाई है। थाने में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा बताया गया कि इस तरह के व्यक्तियों पर नजर रखने की कोशिश की जा रही है व साथ ही अस्पताल में तैनात सुरक्षाकर्मियों को भी ऐसे लोगों के बारे में नजर रखने को कहा गया है। इस घटना के बाद अभी तक और नया चोरी का मामला नहीं सामने आया है। इस चोरी के मामले से परेशान हुए व्यक्तियो की एफआईआर दर्ज करके उक्त व्यक्तियो को नए दस्तावेज निकलवाने के लिए पुलिस चौकी द्वारा कह दिया गया है।
अस्पताल प्रशासन को भी चाहिए कि वह अपने सुरक्षाकर्मियों को कहे कि वह भी लोगो को सुरक्षा की दृष्टि से इन बातों से लगातार अवगत करवाएं। अस्पताल प्रशासन को दो-दो घंटे के अंतराल पर इस तरह की सूचनाएं अस्पताल के भीतर चलानी चाहिए ताकि मरीज व उनके तामीरदार इस तरह की घटनाओं से सचेत रह सके। इस अस्पताल में अब तक कई लोगों का सामान चोरी हो चुका है।
इस मामले के बारे में जब डीएसपी कांगड़ा मदन धीमान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन तक अभी इस मामले की जानकारी नहीं पहुंची है। जैसे ही कोई व्यक्ति चोरी करता हुआ अस्पताल में पकड़ा गया तोह उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी।