लाखों की लागत से बने शौचालय फांक रहे धूल, लोग खुले में शौच करने को हैं मजबूर

शौचालय के चारों तरफ फैली हैं झाड़ियां

उज्जवल हिमाचल। नूरपुर

प्रदेश में जिला कांगडा का विकास खण्ड कार्यालय व अधिकतर पंचायतें एक तरफ नए शौचालयों का निर्माण करने में जुटा है लेकिन वहीं दूसरी और विधानसभा फतेहपुर के सार्वजनिक स्थानों में लाखों रुपए की लागत से निर्मित शौचालय धूल फांक रहे हैं। स्थानीय प्रशासन व विकास खण्ड कार्यलय फतेहपुर की लापरवाही के चलते फतेहपुर बाजार के सार्वजनिक स्थानों पर बने शौचालय बंद पड़े हैं। शौचालयों के बंद हाेने के कारण राहगीर खुले में शौच के लिए मजबूर हैं। स्थानीय पंचायत कार्यालय के पास स्थित शौचालय लंबे समय से गंदगी से भरा पड़ा है। जिसकी कोई सुध तक लेने वाला नहीं है।उसको साफ व मरम्मत करने की बजाए उसी के साथ नए शौचालय पंचायत ने बनाना उचित समझा है। मगर सवाल यह बनता है कि स्वच्छता का हल सफाई है या नए शौचालय बनाना? वहीं अगर लेखापाल एवं कोषाधिकारी कार्यालय के पास बने शौचालय की बात करें तो उसकी तो आज तक कोई सुध लेने वाला ही नहीं है।

शौचालय के चारों तरफ झाड़ियां फैली हुई हैं। रख-रखाव व देख-रेख ना होने के चलते सेफ्टी टैंक का ढककन टूटा हुआ है। अगर फतेहपुर बजार की बात की जाए तो यहां हर प्रकार के विभाग का ब्लॉक स्तर का कार्यालय है। दिनभर इन कार्यालयों में सैकड़ों लोगों व गाडियों का आना जाना होता है। साथ ही सैकड़ाें की संख्या में लोग आते जाते रहते हैं जिनको इस समस्या से जूझना पड़ता है। वहीं बात करें विकास खंड अधिकारी के कार्यालय द्वारा बनाए गए वजीर राम सिंह स्टेडियम में छ : शौचालयों की तो उन पर भी ताले लटके हुए हैं। आखिर जनता के लाखों रूपए से बने यह शौचालय आम जनमानस के लिए ही क्यू बंद है ? जनता के बीच यह सबसे बडा सवाल बना हुआ है। प्रशासन व जिम्मेदारों की मूक दर्शिता के चलते निर्मित शौचालय धूल फांक रहे हैं। सरकारी बैठकों में स्वच्छता को लेकर किए जा रहे बड़े बड़े दावें फतेहपुर मे धराशायी हाेते नजर आ रहे है।

बस स्टैंड फतेहपुर में बना शौचालय जनता के लिए सहारा बना हुआ है। पानी की आपूर्ति पूरी तरह से न होने पर गन्दगी का आलम वना हुआ है। इस मामले में विकास खण्ड अधिकारी फतेहपुर सुभाष अत्री ने कहा है कि उनके ध्यान में यह मामला आया है शीघ्र ही तालों को खुलबा दिया जाएगा। वहीं पंचायतों व सार्वजनिक क्षेत्रो में बने शौचालय को स्वच्छ भारत मिशन के तहत साफ करवाने का बजट भी है अगर स्वच्छ करबाने की बजहा से ऎसा हो रहा है तो इस पर कार्यवाही अमल मे लाई जाएगी। नूरपुर इंदौरा व नगरोटा सूरियां व नूरपुर नगर परिषद में भी शौचालयों की हालत गंभीर है। नूरपुर नगर परिषद में राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर स्थित ढक्की में परिषद का शौचालय काफी समय से बन्द पड़ा है जिसका मामला नगर परिषद की एक बैठक में भी उठा। लोगों ने इस मामले में जिला कांगड़ा के डीसी से आग्रह किया है कि जनहित में ऐसी समस्याओं का समाधान करवाने के निर्देश स्थानीय प्रशासन को दिए जाए।

संवाददाता : विनय महाजन

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