ब्लाइट रोग की चपेट में टमाटर की फसल

मनीष ठाकुर। कुल्लू

जिला कुल्लू में टमाटर की फसल पर ब्लाइट रोग ने हमला बोल दिया है। बीमारी के प्रभाव के कारण टमाटर के पौधों के पत्तो पर काले धब्बे पड़ रहे हैं। ऐसे में फसल को नुकसान हो रहा है। बताया जा रहा है कि मौसम के बदलाव के चलते यह समस्या आई है। टमाटर की फसल को बीमारी को लेकर किसान चिंतित हैं। वहीं, कृषि विशेषज्ञों को कहना है कि मौसम में उतार चढ़ाव के कारण बीमारी पनप रही है। इससे निजात पाने के लिए किसानों को समय रहते दवा का छिड़काव करना चाहिए।

जिला कुल्लू की लोअर बैलट में बडे़ पैमाने पर टमाटर का उत्पादन हो रहा है। जिला में करीब 1300 हेक्टेयर भूमि पर टमाटर की पैदावार हो रही है। सैकड़ों किसान टमाटर की फसल से अच्छी आमदनी अर्जित कर रहे हैं। जिला कुल्लू का टमाटर बाहरी राज्यों को भेजा जाता है। यहां पर विभिन्न मंडियों में टमाटर का कारोबार करोड़ों में होता है, लेकिन इस साल फसल पर बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है। ऐसे में किसान अपनी फसल को बचाने के लिए दवा का छिड़काव कर रहे हैं।

कृषि विभाग के उपनिदेशक राजपाल शर्मा का कहना है कि मौसम में उतार चढ़ाव के कारण बीमारी का कहर बरपा है। बीमारी के निजात के लिए ब्लाइटाक्स 30 ग्राम दस लीटर पानी में घोल बनाकर पौधों पर स्प्रे करें। इससे बीमारी पर नियंत्रण हो जाएगा। फिर भी असर न पडे़ तो विशेषज्ञों की सलाह लेकर दोबारा छिड़काव करें। गौर रहे कि जिला कुल्लू में टमाटर की फसल किसानों के लिए आय का प्रमुख स्रोत है और किसानों की आर्थिकी भी टमाटर की फसल पर काफी हद तक निर्भर रहती है।