घुमारवीं में व्यापारियों ने 10 फर्जी फेरी वालों को दबोचा

उज्ज्वल हिमाचल। बिलासपुर

बिलासपुर जिला के घुमारवीं में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां व्यापारियों की सूझबूझ व एकजुटता का परिचय देते हुए 10 फेरी वालों को दबोच लिया। छानबीन करने पर इनके पास सामान का कोई बिल ही नहीं था लेकिन जब इनके आधार कार्ड देखे गए तो उनमें सभी की जन्मतिथि एक जैसी ही थी, जोकि फर्जी प्रतीत होते हैं। यह सभी यूपी राज्य से संबंध रखते हैं। प्रदेश में बाहरी राज्यों के फेरी वालों की आमद लगातार बढ़ती जा रही है। सरकारी तंत्र को धत्ता बताकर लाखों का घटिया सामान बिना बिल के यहां वहां पहुंचा रहा हैं।
इसके बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारियों की नींद नहीं टूट रही है। बिलासपुर जिला के घुमारवीं में तो फेरी वाले कुछ ज्यादा ही सक्रिय हैं। घुमारवीं बाजार के व्यापारियों को फेरी वालों की सूचना मिली थी। उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन्हें पकड़ लिया। उनके पास स्थानीय व्यापार मंडल से समान बेचने की परमिशन नहीं थी। यही नहीं इनके पास सामान का भी कोई पक्का बिल भी नहीं था। हैरानी की बात यह थी कि जब इनके आधार कार्ड देखे गए तो इन सभी की जन्मतिथि एक जैसी ही थी।

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व्यापारियों के द्वारा पकड़े गए फेरी वालों को पहले थाने ले गए जहां पर पुलिस वालों ने उनका पंजीकरण देखा, जोकि नहीं पाया गया है तथा उसके बाद मकान मालिक से बातचीत कर उन्हें तुरंत पंजीकरण करवाने के लिए कहा गया है। उसके बाद आबकारी विभाग की टीम को मौके पर बुलाकर इनका समान चैक किया गया और विभाग ने कार्रवाई करते हुए। इनको एक लाख पंद्रह हजार रुपए पैनल्टी लगाई गई है।
एक लाख पंद्रह हजार रुपए की लगाई पेनल्टी
सहायक आयुक्त आबकारी अनुराग गर्ग ने बताया कि फेरी वालों से जो सामान पकड़ा गया है। उनके बिल नामात्र थे तथा उनके ऊपर कार्रवाई करते हुए एक लाख पंद्रह हजार रुपए की पेनल्टी लगाई गई है।

संवाददाताः सुरेंद्र जम्वाल

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