अखिलेश बंसल। बरनाला
पहले मुस्लिम समुदाय से जुड़े जमातियों को दिल्ली मस्जिद से बाहर निकाल दिल्ली सरकार ने गलती की। अब पंजाब सरकार ने सिक्ख श्रद्धालुओं को श्री हजूर साहिब से बुलाकर बुरी तरह से पंगा ले लिया है। जिस पंजाब प्रदेश का नंबर कुछ ही दिनों बाद कोरोना मुक्त प्रदेशों की कतार में आने वाला था, श्री हजूर साहिब से पंजाब दाखिल हुए श्रद्धालुओं ने रेड जोन प्रदेश होने के कागार पर पहुंचा दिया है। पंजाब के विभिन्न हिस्सों में हजूर साहिब से लौटे लोगों के पॉजिटिव निकलने के बीच, बरनाला पहुंचे 90 श्रद्धालुओं में से शनिवार को दो लोग कोरोना पॉजीटिव मिले हैं, बाकी की रिपोर्ट पेंडिंग है। कुल मिलाकर राज्य सरकार ने अपने पांव पर कुल्हाड़ी मार ली है।
गुरुद्वारा व मस्जिद में ही किया जा सकता था एकांतवास
संवेदनशील हो रही देश की हालत को देखते हर कोई कहने लगा है कि कोरोना वायरस पॉजीटिव पाए गए दिल्ली के जमातियों और श्री हजूर साहिब के पाए जा रहे श्रद्धालुओं को मस्जिदों व गुरुद्वारा से बाहर निकालने की जगह यद्यपि उन सभी का वहीं एकांतवास कर दिया जाता और उन्हें वहीं हर मेडीकल सुविधा पहुंचाई जाती, तो देश व पंजाब की हालत रेड जोन में दाखिल नहीं होती। राज्य के लोग शोशल मीडिया पर सरकार को सलाह दे रहे हैं कि अभी भी वक्त है कि जो लोग, जो छात्र-छात्राएं, बाहरी प्रांतों में नौकरी करते जो नौकरीपेशा और जो श्रद्धालूगण जहां कहीं हैं उन्हें वहीं रखा जाए। यदि उन्हें उनके गांव तक पहुंचाते पहुंचाते किसी बस का चालक या परिचालक पॉजीटिव हो गया तो उसके लिए पंजाब सरकार जिम्मेदार होगी।
यह कहते हैं डिप्टी कमिश्नर
बरनाला के डिप्टी कमिश्नर तेज प्रताप सिंह फूलका का कहना है कि जिला में राजस्थान से आ रहे मजदूरों एवं श्री हजूर साहिब से पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए तीन जगह एकांतवास बनाए गए हैं। संघेड़ा और मालवा कालेज में 90 से अधिक श्रद्धालुओं के लिए 120 बैंडों का प्रबंध किया गया है। श्रद्धालुओं के लिए 10 मोबाइल टॉयलेट भी मुहैया करवाए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं के खाने-पीने और उनमें सामाजिक दूरी बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इन श्रद्धालुओं में बसों के 4 चालक और 2 कंडक्टर, 9 महिला श्रद्धालू और 2 बच्चियां भी हैं। महिला श्रद्धालुओं के लिए महिला स्टाफ की सुविधा दी गई है। बच्चों की रचनात्मक क्रियायों के लिए उनको ड्राइंग किताबें और अन्य सामान मुहैया करवाया गया है। चौबीस घंटे ड्यूटी पर तैनाती के लिए तीन शिफ्टों में अमला भेजा जा रहा है। सेहत टीम को रोजमर्रा चैकअप करने के आदेश दिए गए हैं। श्रद्धालुओं के लिए हाथ धोने के प्रबंधों के साथ मास्क, सैनेटाईजरों का प्रबंध किया गया है।