कांगड़ा में बिजली की तारों में फंसने से दो बंदरों की मौत, टूटी तारें

Two monkeys died due to entanglement in electric wires in Kangra, broken wires
बिजली की तारों से निकली आग!

कांगड़ाः जिला कांगड़ा में बीती रात दो अलग-अलग जगहों पर बिजली की एलटी की तारों में फंसने से दो बंदरों की जान चली गई। मिली जानकारी के मुताबिक पुराना कांगड़ा नगर परिषद के पार्षद प्रेम सागर के घर के निकट थ्री फेस एलटी लाइन के खंभे पर बंदर की शॉर्ट सर्केट से तो और दूसरी ओर जज आवास कालोनी के समीप एक और बंदर की खंभे पर चालू तारों के जम्परों में फंसने से मौत हो गई है। जिसके बाद तारें टूट गई।

तारों के टूटने से रविवार को छुट्टी के दिन भी विद्युत अति सहायक अभियन्ता इंजीनियर चन्द्रभूषण मिश्रा के नेतृत्व में दिनेश फोरमैन, विक्की शुभम और राकू आदि बिजली कर्मचारियों ने मरम्मत कर बिजली को बहाल किया। बीती रात बिजली कर्मी साढ़े दस बजे तक फाल्ट को ट्रेस आउट करते रहे, लेकिन बन्दरों के खम्भों के ऊपर फंसे होने से और तारों के जगह-जगह टूटने से फ्यूज़ स्टैंड नहीं हो रहे थे।

विद्युत कर्मियों ने लोगों के लगातार फोन और रात के अंधेरे में ठंड में ठिठुरते हुए फील्ड पर एक दो जगहों से जम्पर काटकर जज साहिब आवास समेत कुछ विद्युत उपभोक्ताओं की बिजली चालू कर दी थी।

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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पिछले कल शाम से ही बन्दरों की टोलियाँ झगड़ रहीं थीं, ऐसे में कुछ बन्दर दौड़ते-दौड़ते बिजली के खम्भों पर चढ़ कर उछल कूद करने लगे और इतने में जाहड़ू महादेव मन्दिर के नीचे रखे ट्रांसफार्मर के पास धमाका हुआ और यहाँ बिजली की तारों में काफी आग निकली।

आग तारों में आगे तक निकल गई जिससे तारें टूटकर नीचे जमीन पर गिर गईं। वार्ड नंबर 3 की पार्षद पुष्पा चौधरी ने बताया कि इसी तरह गत सायं 5 बजे रमेश राजा की दुकान और डाकखाने के मध्य भी बिजली की बेयर कन्डक्टर एल.टी. लाइन की एक टूटी तार बाज़ार में गिरी हुई थी तो अति. सहायक अभियन्ता इंजीनियर चन्द्रभूषण मिश्रा को फोन किया और वो मौके पर पहुचें।

फील्ड विद्युत तकनीकी कर्मचारी दिनेश, विक्की और शुभम भी मौके पर पहुँच गए। उन्होंने तारों को उठाया, जोड़ा, सैग लिया, जले हुए फ्यूज़िज को रिप्लेस किया और जी.ओ. स्विच लगाकर बिजली बहाल की।

वहीं, आज लगभग एक घण्टे के अन्दर जलकर मरे बंदर को खम्भों पर से नीचे गिराया, जमीन पर से टूटी हुई तारों को उठाया, जोड़ा, जले हुए फ्यूज़िज को बदला और ठीक सुबह के 11 बजकर 13 मिनट पर ट्रांसफार्मर का जी.ओ. स्विच लगाकर बाधित विद्युत आपूर्ति को पुनः बहाल किया गया। लगातार बंदरों के उत्पात से कांगड़ा क्षेत्र के लोग काफी परेशान है।

संवाददाताः अंकित वालिया

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