उज्जवल हिमाचल। ऊना
जिला ऊना के गांव बहडाला में गुरुवार देर रात हुए गोलीकांड के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है। मामले में सोसाइटी सचिव की पीजीआई चंडीगढ़ में मौत की सूचना मिलने के बाद बहडाला गांव में हालात खराब हो गए हैं। देर रात गुस्साए लोगों ने आरोपी के होटल में बने बांस के हटों को आग के हवाले कर दिया। जिसपर पुलिस ने तत्काल दमकल विभाग को मामले की सूचना दी और आग पर काबू पाया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ऊना अर्जितसेन ठाकुर ने खुद मौक़े पर पहुंचकर कमान संभाली और पुलिस बल की तैनाती की। पुलिस ने गोलीकांड के मामले में धारा 302 के तहत मामला दर्ज करते हुए प्रमोद सिंह और उसके दो बेटों विनय और सुनील को नामजद करने के बाद आरोपी-बाप बेटों को गिरफ्तार कर लिया है।
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दरअसल, बीती रात को ऊना जिला के गांव बहडाला में एक गली के निर्माण को लेकर हुए विवाद में पडोसी पर सहकारी सभा के सचिव को गोली मार दी थी। गली में निर्माण के दौरान प्रमोद सिंह और प्रमोद पाल के बीच विवाद हो गया। इसी विवाद के बीच प्रमोद पाल के सिर गोली मार दी गई। घायल अवस्था में प्रमोद पाल को क्षेत्रीय अस्पताल ऊना से गंभीर हालत के चलते पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया था। लेकिन पीजीआई में उनकी मौत हो गई।
मौत की खबर के बाद गांव में बिगड़ा माहौल
प्रमोद पाल की मौत की सूचना बहडाला गांव में पहुंचते ही लोग भड़क उठे और आरोपी के होटल में बने बांस के हट्स में आग लगा दी। गनीमत यह रही कि उस समय होटल में कोई भी मौजूद नहीं था और पुलिस भी मौका पर ही मौजूद थी। पुलिस ने तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद अग्निशमन विभाग की टीम ने मौका पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ऊना अर्जितसेन ठाकुर देर रात को ही एएसपी और डीएसपी सहित पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और गुस्साए लोगों को शांत किया।