बेरोजगार वेटेरिनरी फार्मासिस्टों ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

बजट सत्र में नई पंचायतों में बेरोजगार वेटेरिनरी फार्मासिस्ट की नियुक्ति की मांग उठाई

सुरिंद्र जम्वाल। बिलासपुर

प्रदेश के बेरोजगार वेटेरिनरी फार्मासिस्टों ने एसडीएम बिलासपुर रामेशवर दास के माध्यम से मुख्यमंत्री व पशुपालन मंत्री को ज्ञापन भेजा है। वेटेरिनरी फार्मासिस्टों ने ज्ञापन में मांग की है। प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में जो नई पंचायतों का गठन किया गया था, उनमें सरकार पशु ओषधलाय खोल कर बेरोजगार बैठे वेटेरिनरी फार्मासिस्टों की नियुक्ति करें। वेटेरिनरी फार्मासिस्ट अजय ठाकुर, विशाल ठाकुर, पल्लवी शर्मा, शिवानी और अजय ने बताया कि प्रदेश में हर वर्ष काफी संख्या में वेटेरिनरी फार्मासिस्ट बेरोजगार हो रहे हैं और सरकार इस बारे कोई ध्यान नहीं दे रही है। प्रदेश में प्रशिक्षण केंद्रों की संख्या बढ़ने से बेरोजगारी की इस संख्या को और तेजी प्रधान हो रही है।

बेरोजगार वेटेरिनरी फार्मासिस्टों ने सरकार से मांग की है प्रदेश की नई पंचायतों में पशु ओषधलाय खोल कर सभी बेरोजगार वेटेरिनरी फार्मासिस्टों को रोजगार दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर वर्ष बड़ी संख्या में युवक व युवतियां वेटेरिनरी फार्मासिस्ट का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे, जिससे डिप्लोमा धारक वेटरनरी फार्मासिस्ट का बैकलॉग लगातार बढ़ता जा रहा है तथा सरकार द्वारा रोजगार का साधन उपलब्ध न करवाने से बेरोजगारी को गले लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वेटेरिनरी फार्मासिस्ट को पहले पांच वर्ष के लिए पंचायत वेटेरिनरी सहायक के पद पर रखा जाता है।

तत्पश्चात फिर उसे तीन वर्ष के लिए अनुबंध पर लाया जाता है, जिससे वेटेरिनरी फार्मासिस्ट को नियमित होने के लिए आठ वर्ष या उससे अधिक समय लग जाता है तथा हम सरकार से मांग करते हैं कि इस समय सीमा को भी कम किया जाए। उन्होंने सरकार से मांग की है आने वाले बजट सत्र में सरकार बेरोजगार बैठे वेटेरिनरी फार्मासिस्टों को नई पंचायतों में नियुक्त करें, जिससे बेरोजगारी का यह आंकड़ा कम हो सके।