पंचायत को BPL मुक्त घोषित करने पर नाराज हुए ग्रामीण, उपमंडलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन

रवि ठाकुर। हमीरपुर

हाल ही में बीपीएल मुक्त घोषित की गई बल्ह पंचायत के कई ग्रामीण इस फैसले से नाराज हैं। लोगों का कहना है कि शोर-शराबे के बीच पंचायत को बीपीएल मुक्त घोषित कर दिया गया है। हालांकि वास्तविकता यह है कि पंचायत में अभी भी कई पात्र परिवार हैं। पंचायत में अभी भी कुछ लोग दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। जिसको लेकर ग्रामीणों ने उपमंडलाधिकारी हमीरपुर को ज्ञापन सौंपा है।

ग्रामीणों ने उपमंडलाधिकारी से मांग की है कि मामले की छानबीन करवाई जाए और बीपीएल के नाम की सूची जैसे पहले थी उसी तरह रखने की अनुमति प्रदान की जाए।

उपमंडलाधिकारी कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों अमरजीत सिंह, प्रवीण कुमार, देशराज, रवि कुमार, जगदीश चंद, विमला देवी, रक्षा देवी, सुभाष चंद आदि ने बताया कि पंचायत में कुछ ऐसे भी परिवार हैं जिनके पास आय का कोई साधन नहीं है। इस सबके बावजूद कुछ लोगों द्वारा शोर-शराबा डाला गया कि पंचायत को बीपीएल मुक्त कर दिया जाए। उन लोगों के कहने पर पंचायत को बीपीएल मुक्त कर दिया गया।

ग्रामीणों ने बताया कि उस समय जो लोग बीपीएल सूची में आते थे, उन्होंने उनसे गुहार भी लगाई थी कि हमें बीपीएल सूची से न काटा जाए। ग्रामीणों ने कहा कि जो लोग बीपीएल की श्रेणी में आते हैं सूचना के अभाव के कारण ग्राम सभा में मौजूद नहीं हो पाए थे। जो लोग आम जलास में आए थे उस समय उनके हस्ताक्षर लिए गए थे, लेकिन जब पंचायत को बीपीएल मुक्त करने का विरोध किया गया, तो वहां पर बीपीएल परिवार के सदस्य से कोई हस्ताक्षर नहीं करवाए गए।