चंबा में ग्राम पंचायत पंजेई के ग्रामीणों ने पंचायत में हो रहे विकासात्मक कार्यों में धांधली का लगाया आरोप

Villagers of Gram Panchayat Panjei in Chamba allege rigging in the developmental works being done in the panchayat
चंबा में ग्राम पंचायत पंजेई के ग्रामीणों ने पंचायत में हो रहे विकासात्मक कार्यों में धांधली का लगाया आरोप

उज्जवल हिमाचल। चंबा
चम्बा जिला के विकासखंड सलूणी की ग्राम पंचायत पंजेई के ग्रामीणों ने उनकी पंचायत में हो रहे विकासात्मक कार्यों में धांधली का आरोप लगाया है। यहां के ग्रामीणों ने इसी पंचायत के 17 कार्यों पर सवालिया निशान उठाया है। ग्रामीणों के मुताबिक कई जगह पर ऐसे कार्य हुए हैं। जिनका जिक्र सिर्फ कागजों पर ही किया गया है।

धरातल पर वह कार्य पूर्ण नहीं किए गए हैं। इन 17 कार्यों में अधिकतर लोगों के लिए सरकार दुबारा बनाए जाने वाले कॉउशेड हैं। जिसके लिए सरकार ग्रामीणों को मदद करती है। लेकिन ग्रामीणों  का यह इल्जाम है कि इस कार्य के लिए पंचायत द्वारा आधी अधूरी ही मदद की गई है।

ग्रामीणों के मुताबिक गांव के पास नाले में बनी एक पुली जहां पर लाखों रुपया खर्च कर दिया गया है, लेकिन जो कार्य अभी तक धरातल पर हुआ है। उसमें उतना खर्चा नहीं किया गया है। इन सभी कार्यों में हुई हेराफेरी को लेकर ग्रामीणों ने उपायुक्त चम्बा से इसकी शिकायत भी की है। जिस पर कार्यवाही करते हुए उपायुक्त चम्बा ने वीडियो सलूणी को इसकी जांच के आदेश दिए थे।

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उसी को लेकर पंचायत इंस्पेक्टर इन कार्य की छानबीन करने ग्राम पंचायत पंजेई पहुंचे। वहां पर उन्होंने पंचायत प्रधान व स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिलकर उन कार्यों का निरीक्षण किया। जहां पर ग्रामीणों ने धांधली के आरोप लगाए हैं। अब जल्द ही पंचायत इंस्पेक्टर द्वारा एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

जिसमें उन सभी कार्यों का ब्यौरा दर्ज किया जाएगा, जो अब तक कार्य पूरे हो चुके हैं या फिर जिन का कार्य प्रगति पर है। उसके बाद अगर यहां कोई धांधली पाई जाती है। तो दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। वही ग्राम पंचायत पंजेई के ग्रामीणों ने बताया कि उनकी पंचायत में बहुत से ऐसे कार्य हैं, जहां पर धांधली की गई है।

उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत पंजेई  में बहुत से लोगों को सरकार द्वारा काऊशेड स्वीकृत किए गए थे। लेकिन उन्हें अभी तक पूरी तरह से उसका फायदा नहीं मिल पाया है। वहीं,ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत पंजई में एक वन सरोवर बनाया गया है जोकि महज कागजों तक ही देखने को मिल रहा है।

लेकिन धरातल पर यहां ऐसा कुछ भी नहीं है। साथ के ग्रामीणों ने बताया कि उनकी पंचायत के एक नाले में पुली बनाई जानी थी। जिसका बजट करीब पांच लाख की राशि स्वीकृत हुई थी  लेकिन बाद में पंचायत द्वारा इस कार्य को अधूरा ही छोड़ दिया गया क्योंकि उनका यह कहना था कि बजट खत्म हो चुका है।

लेकिन लोगों ने बताया कि जितना बजट इस कार्य के लिए आया था, उससे मात्र कुछ प्रतिशत ही इस पर खर्च किया गया है। बाकी उन्हें इसमें भ्रष्टाचार दिख रहा है। लोगों ने अपील की है कि जिस किसी ने भी यहां पर इन कार्य में भ्रष्टाचार किया है, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और जो काम अधूरे पड़े हुए हैं, उन्हें भी पूरा किया जाए।

वहीं, जब पंचायत प्रधान विमला देवी से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ग्रामीणों द्वारा जो यह भ्रष्टाचार के इल्जाम उन पर लगाए जा रहे हैं, वह सरासर झूठे हैं। उन्होंने कहा कि जिन कार्यों का उन्होंने ब्योरा मांगा है, उन्हें लिखित तौर पर प्रमाणित तरीके से यह सब दे दिया जाएगा।

साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक जिन कार्यों की बात ग्रामीण कर रहे हैं, वह कार्य अभी प्रगति पर हैं और जल्द ही उन कार्यों को भी पूरा कर दिया जाएगा। वहीं, पंचायत इंस्पेक्टर ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर वह यहां पहुंचे हैं। ग्रामीणों की यह शिकायत है कि पंचायत में करीब 17 कामों में हेराफेरी हुई है।

जिनमें से लोगों के लिए काऊशेड बनाए जाने के साथ ही गांव की सड़क जो कि नाले में बनाई जा रही है। पुलिस के कार्य पर भी उन्होंने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि एक वन सरोवर पर भी हेराफेरी की बात कही गई है।

उन्होंने कहा कि इसकी रिपोर्ट पूरी तैयार की जा रही है और जल्द ही इस रिपोर्ट को अपने उच्चाधिकारियों को पेश किया जाएगा और अगर इसमें कोई हेराफेरी या धांधली दिखती है, तो उसके तहत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

संवाददाताः शैलेश शर्मा

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