उज्जवल हिमाचल। शिमला
पहाड़ों की रानी शिमला में गर्मियां शुरू होते ही पानी की पानी का संकट खड़ा हो गया है। शहर के कई हिस्सों में तीसरे दिन लोगो को पानी की सप्लाई दी जा रही है। हालांकि परियोजनाओं में पानी पर्याप्त मात्रा है लेकिन गुम्मा परियोजना में ट्रांफार्मर की मरम्मत कार्य के चलते पम्पनिंग ठप्प हो रही है। जिससे पानी शहर में पानी की सप्लाई पर्याप्त मात्रा में नही हो पा रही है। अभी फिलहाल दस दिन तक शहर में पानी की किल्लत से लोगो को जूझना पड़ेगा। ट्रांफार्मर की मरम्मत में दस दिन का समय लगेगा ऐसे में जल निगम द्वारा शहर में पानी पानी एक दिन छोड़ कर दिया जा रहा है जबकि उप नगरों के कई क्षेत्रों में तीसरे दिन पानी की सप्लाई दी जा रही है।
कई क्षेत्रों में तीसरे दिन दी जा रही पानी की सप्लाई…
हालांकि जल निगम द्वारा जिन क्षेत्रों में पानी की ज्यादा के लेता है, वहां पर पानी के टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा है। जल निगम के जीएम का कहना है कि गुम्मा परियोजना में ट्रांफार्मर की बिजली बोर्ड द्वारा मुरम्मत की जा रही है जिससे पानी की पम्पिंग प्रभावित हो रही है। शहर में एक दिन छोड़ कर पानी दिया जा रहा है शिमला शहर में हर रोज 40 एमएलडी पानी की सप्लाई हो रही है जबकि शहर में 45 एमएलडी पानी की जरूरत रहती है।
शहर में 10 दिन और रहेगी पानी की किल्लत..
उन्होंने कहा कि ट्रांफार्मर की मरम्मत में दस दिन का समय लगेगा और उसके बाद शहर में नियमित रूप से हर रोज पानी की सप्लाई दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शिमला शहर में परियोजना में पानी की कोई कमी नहीं है लेकिन बिजली की वजह से पम्पनिंग में दिक्कत चल रही है और जल्द ही बिजली की दिक्कत दूर हो जाएगी और शहर में हर रोज पानी लोगों को दिया जाएगा।