उज्जवल हिमाचल। शिमला
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् हिमाचल प्रदेश के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही हिमाचल प्रदेश के सैंकड़ों शिक्षण संस्थाओं को बंद करने का काम किया है। कांग्रेस सरकार ने 284 स्कूलों में ताला लगा दिया।
सरकार का कहना था कि जो शिक्षण संस्थान बंद किए हैं, वहां पर विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम है। इस कारण ऐसे शिक्षण संस्थानों को बंद किया गया है लेकिन विद्यार्थी परिषद् का कहना है कि शिक्षण संस्थाओं को बंद करना समाधान नहीं है। उनके साथ लगते प्राइवेट स्कूलों में विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं।
उनके अभिभावक उनको प्राइवेट स्कूलों में भेज रहे हैं, तो सोचने का विषय है कि सरकारी स्कूलों में क्यों नहीं भेज रहे हैं क्योंकि वहां पर अच्छी शिक्षा नहीं है ,वहां पर छात्रों को मूलभूत सुविधाएं नहीं दी जा रही। उस कारण से उन शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों की संख्या कम है। सरकार को शिक्षा में सुधार करना चाहिए, सस्ती व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देनी चाहिए ना कि शिक्षण संस्थानों को बंद करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से एक खबर सुनने को आ रही है कि हिमाचल प्रदेश में स्कूलों में जो छात्रों को मुफ्त वर्दी दी जाती थी, उसको सामान्य श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए बंद करने का फैसला हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार लेने जा रही है। इस खबर को सुनने के बाद हिमाचल प्रदेश के हजारों छात्र व उनके अभिभावक चिंतित है।
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हम देखते हैं कि हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अधिकतर मध्यम वर्गीय परिवार व निम्न वर्गीय परिवार से आने वाले विद्यार्थी अपनी पढ़ाई करते हैं। इस पर सरकार ने कहा कि हम सत्ता में सत्ता सुख के लिए नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं।
पहले तो इस कांग्रेस सरकार ने शिक्षण संस्थानों को बंद किया और अब सरकारी स्कूलों में सामान्य श्रेणी में आने वाले विद्यार्थियों को मुफ्त मिलने वाली वर्दी को बंद करने का फैसला यह लेने जा रहे है। इस कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने के बाद कोई भी शिक्षा में सुधार नहीं किया है बल्कि शिक्षा के स्तर को नीचे ले जाने का काम कर रही है।
ऐसा करके आखिर कौन सा व्यवस्था परिवर्तन करना चाहती है यह सरकार? उन्होंने कहा कि इस कांग्रेस सरकार ने अपनी नीतियों से हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक छात्र व उनके अभिभावकों को परेशान करने का काम किया है। गरीब परिवार से संबंध रखने वाले छात्रों के माता पिता मेहनत मजदूरी करके अपने बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने स्कूलों में भेज रहे हैं।
परंतु उन पर आर्थिक बोझ बढ़ाने का काम कांग्रेस सरकार कर रही है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार को चेतावनी देती है कि अगर उन्होंने सामान्य श्रेणी से आने वाले विद्यार्थियों को मुफ्त में मिलने वाली वर्दी को बंद करने का फैसला लिया तो विद्यार्थी परिषद् हिमाचल प्रदेश में पढ़ने वाले प्रत्येक छात्र को लामबंद करके हुए सरकार के इस फैसले के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी।