क्यों मंगलवार को की जाती है हनुमान जी की पूजा, जानें ये है वजह…….

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

भगवान को याद करने और उनकी आराधना करने के लिए हर दिन ही एक समान ही होता है, लेकिन हफ्ते
के हर दिन किसी न किसी भगवान के लिए समर्पित हैं। माना जाता है कि प्रत्येक विशेष दिन पर उन भगवान
का पूजन अर्चन करने पर विशेष फल प्राप्त होता है। इसी प्रकार मंगलवार को भगवान राम के परमभक्त
और पवन पुत्र बजरंगबली का दिन माना जाता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा की जाती है। मान्यता है की
इस दिन जो भी हनुमान जी की उपासना करता है तो उसके हनुमान जी सारे कष्ट हर लेते हैं।

लेकिन आपके दिमाग में भी यह सवाल कई बार जरुर आता होगा कि आखिर मंगलवार को ही क्यों हनुमान
जी का विशेष दिन है, तो जानें कि आखिर ऐसा क्यों इस दिन ही बजरंगबली की पूजा अर्चना की जाती है।

स्कंद पुराण के अनुसार मंगलवार के दिन ही हनुमानजी का जन्म हुआ था। इसी वजह से यह दिन विशेष
उनकी पूजा के लिए समर्पित किया गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कठोर नियमपूर्वक बजरंगबली
की पूजा करने से वह जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की समस्त मनोकामना को पूरा करते हैं।
अपनेभक्तों पर आने वाले संकटों को भी हनुमान जी हर लेते हैं। इसी वजह से हनुमान जी का नाम
संकटमोचन भी है। हनुमानजी को मंगल ग्रह का नियंत्रक माना जाता है, इस वजह से भी मंगलवार को
बजरंगबली की पूजा करने का विधान है। इस दिन भक्तों को हनुमान चालीसा का पाठ और सुंदरकांड का
पाठ करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है।

इसलिए चढ़ता है हनुमान जी को सिंदूर :
मान्यता के अनुसार भगवती सीता की प्रेरणा से अपने स्वामी राम को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी ने शरीर
में ढेर सारा सिन्दूर लगा लिया था, तभी से हनुमान जी को सिन्दूर चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई। हनुमान जी को
सिन्दूर और चमेली का तेल चढ़ाने से रोगों और शारीरिक व्याधियों से मुक्ति मिलती है और ग्रहों की पीड़ा भी
समाप्त होती है।

इन बातों का रखें विशेष ध्यान :
– हनुमान जी की पूजा करते वक्त कठोर नियमों का पालन जरूरी है। इनमें सबसे पहला और प्रमुख नियम
पवित्रता का विशेष ध्यान रखना होता है।
– हनुमान जी की पूजा करते वक्त तन मन को शुद्ध रखें। पूजा के दौरान मन को भटकने से रोकें व मन
शांत रख कर ही पूजा करें।
– ‘ऊॅं श्री हनुमंते नम:’ मंत्र का जाप करने पर विशेष फल प्राप्त होता है।
– मान्यता है की हनुमान जी को लाल रंग पसंद है इसलिए इस दिन लाल रंग पहनना शुभ माना जाता है।
इस दिन काले और सफेद रंगों के कपड़े पहनने से बचना चाहिए।

( उपरोक्त सभी जानकारी मान्यताओं व पौराणिक कथाओं पर आधारित हैं। उज्जवल हिमाचल इसकी पुष्टि नहीं करता है। )