2020 देश में 5579 किसानों ने की आत्महत्या, इस राज्य में सबसे ज्यादा मामलें

उज्जवल हिमाचल डेस्क…

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को संसद में जानकारी देते हुए बताया कि 2020 में किसानों की आत्महत्या के मामले इससे एक साल पूर्व की तुलना में कम होकर 5,579 हो गए थे। 2019 में 5,957 किसानों ने आत्महत्या की थी। तोमर के उत्तर में दिए गए एनसीआरबी आंकड़ों के मुताबिक 2020 में किसानों की आत्महत्या के कुल मामलों में सबसे अधिक 2,567 मामले महाराष्ट्र से आए थे। इसके अलावा कर्नाटक से 1,072 आंध्र प्रदेश से 564, तेलंगाना से 466, मध्य प्रदेश से 235 और छत्तीसगढ़ से 227 मामले सामने आए। तोमर ने सदन को यह भी बताया कि सरकार को देश में विशेष रूप से मध्य प्रदेश में उर्वरक की अनुपलब्धता की वजह से किसानों की आत्महत्या करने संबंधी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों को राज्य सरकारें राहत प्रदान करती हैं।

राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए तोमर ने लोकसभा में सुभाष रामराव भामरे, राजीव रंजन सिंह, एंटो एंटनी और दिनेश चंद्र यादव के प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि एनसीआरबी ने 2020 की अपनी रिपोर्ट में किसानों की आत्महत्या के अलग-अलग कारण नहीं दिए हैं। उन्होंने कहा, हालांकि व्यक्तियों किसानों सहित द्वारा आत्महत्या के कारणों में पारिवारिक समस्याएं, बीमारी, नशीली दवाओं का दुरुपयोग व्यसन, विवाह संबंधी मुद्दे, प्रेम प्रसंग, दिवालियापन या ऋणग्रस्तता, परीक्षा में विफलता, बेरोजगारी, व्यवसायिक करियर समस्या और संपत्ति विवाद शामिल हैं।