सरकारी नौकरी के नाम पर लूटे 22 लाख, मामला दर्ज

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

प्रदेश में शातिरों द्वारा सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। ठगी का ये मामला जिला मंडी के निहरी क्षेत्र में सामने आया है। जहां सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर 7 लोगों से 22 लाख रुपयों की ठगी की गई है। इस गोलमाल से आहत होकर जिला मंडी के निहरी क्षेत्र के एक जितेंद्र कुमार ने अब प्रदेश पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई है। अपने 22 लाख रुपए लूटा चुके ये लोग अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। आरोपी द्वारा मामले में राजनीति में अच्छे संबंध होने का हवाला देकर इस ठगी को अंजाम दिया गया है।

 

जानकारी देते हुए शिकायतकर्ता जितेंद्र कुमार पुत्र नंदलाल ने कहा कि वे निहरी तहसील के अंतर्गत गांव कंमाद के रहने वाले हैं और उनके एक रिश्तेदार मोहन लाल पुत्र खेमराज निवासी गांव खील,डाकघर धरमौड़ तहसील करसोग जिला मंडी द्वारा उन्हें और अन्य 6 लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का वायदा किया था। उन्होंने कहा कि आरोपी से जब उनके द्वारा दिए गए पैसे वापिस लौटाने को कहा तो उन्हें ही जान से मारने की धमकी दी। शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपी मोहन लाल ने बीते वर्ष अक्तूबर माह में उन्हें केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ नजदीकी संबंध होने की बात बताई थी। इस पर आरोपी ने उन्हें वन विभाग में बतौर फारेस्ट गार्ड की नौकरी दिलाने का वायदा किया।

आरोपी ने शिकायतकर्ता को एक नौकरी दिलाने की एवज में 3 लाख रुपयों की मांग की गई। शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि उनके द्वारा बीते 9 अक्तूबर को हिमाचल ग्रामीण बैंक रोहांडा से आरोपी के पीएनबी करसोग के खाते में एक लाख 20 हजार,17 अक्तूबर को 55 हजार,25 अक्तूबर को 52 हजार और 7 नवंबर को 20 हजार रुपए नेफ्ट(NEFT) के माध्यम से ट्रांसफर किए गए। जितेंद्र कुमार ने कहा कि इस प्रकार उनके द्वारा आरोपी को बैंक ट्रांसफर के माध्यम से 2 लाख 50 हजार रुपए भेजे गए। इसके अलावा उन्होंने आरोपी मोहन लाल को 27 मार्च 2020 को 20 हजार पेटीएम और 8 व 4 लाख रूपए कैश दिए गए। इस प्रकार उन्होंने आरोपी को 14 लाख 70 हजार रुपयों की भारीभरकम रकम दे दी। लेकिन आज दिन तक आरोपी ने ना ही उन्हें पैसे और न ही नौकरी दी गई। इससे आरोपी द्वारा उनके साथ लाखों की ठगी को अंजाम दिया गया। जितेंद्र कुमार ने प्रदेश पुलिस विभाग और स्थानीय पुलिस से उन्हें न्याय दिलाने और अन्य लोगों को आरोपी की ठगी से बचाने की गुहार लगाई है।

  • ये भी बने ठगी का शिकार

जितेंद्र कुमार ने कहा कि आरोपी मोहन लाल द्वारा उनके अलावा आशीष निवासी जींद, हरियाणा हाल कैशियर हिमाचल ग्रामीण बैंक शाखा रोहांडा, महेंद्र कुमार निवासी मांहूनाग,जिला मंडी, करताप सिंह निवासी द्रंग,जिला मंडी, शेर सिंह निवासी निरमंड, जिला कुल्लू, सीता राम व मदन लाल निवासी कसौली जिला सोलन से भी नौकरी दिलवाने की एवज में 7 लाख 20 हजार रुपए ऐंठ कर कुल 22 लाख रुपयों की ठगी को अंजाम दिया गया है।

  • आरोपी ने बांटे चेक

जितेंद्र कुमार ने कहा कि आरोपी मोहन लाल लोगों को नौकरी दिलाने के झांसे के बाद लोगों को उनके पैसों को लेकर फ्रॉड चेक बांटता है। उन्होंने कहा कि जब उससे पैसे वापिस लौटाने को कहा जाता है तो वो जान से मारने की धमकी देता है। जितेंद्र ने कहा कि आरोपी मोहन लाल सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के नाम पर कई लोगों को ठग चुका है। उन्होंने प्रदेश पुलिस से उन्हें न्याय की गुहार लगाई है।

  • क्या कहते हैं डीएसपी

मामले को लेकर डीएसपी सुंदरनगर गुरबचन सिंह रणौत ने कहा कि जितेंद्र कुमार निवासी कंमाद द्वारा एक शिकायत पत्र सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि इसमें शिकायतकर्ता ने उसके साथ नौकरी का झांसा देकर लाखों की ठगी करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता ने अपनी भूमि को गिरवी रखकर पैसे दिए हैं। उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 में मामला दर्ज कर दिया गया है और मामले में छानबीन जारी है।