कांगड़ा जिला में काेराेना से हुईं 374 मौतें

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

प्रदेश में 30 अप्रैल तक 1484 कोरोना संक्रमितों की मौत में 65.4 फीसदी यानी 970 पुरुषों की मौत हुई है, जबकि 34.6 फीसद यानी 514 कोरोना संक्रमित महिलाओं की मौत हुई है। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की मौत में 90 फीसदी की आयु 45 वर्ष से अधिक की थी। कोराना संक्रमित मरने वाले लोगों की औसत आयु 63.4 वर्ष है। कुल मौतों में 499 मधुमेह से पीड़ित थे। 45.9 फीसद उच्च रक्तचाप, 111 रोगी यानी 11.1 फीसदी गंभीर किडनी रोग से पीड़ित थे। सबसे ज्यादा 374 मौतें कांगड़ा जिला में हुई हैं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक पीटरहॉफ में बुलाई गई, जिसमें ये डाटा प्रस्तुत किया गया। मुख्यमंत्री ने बिस्तरों को बढ़ाने के साथ आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए। प्रदेश सरकार द्वारा गठित चारों कमेटियों के अधिकारी व अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। खून में ऑक्सीजन के स्तर का पता करने के लिए छह मिनट का वॉक टेस्ट जरुरी है। पल्स ऑक्सीजमीटर से ऑक्सीजन का स्तर जांचने के बाद कोरोना पॉजिटिव मरीज छह मिनट तक सीधे चलना होगा और उसके बाद ऑक्सीजन जांचनी है और यदि 94 से कम है, तो व्यक्ति को तुरंत इसकी सूचना चिकित्सा अधिकारी या मैप करने वाले अधिकारी को देनी जरुरी है, जिससे समय पर उपचार किया जा सके।

होम आइसोलेशन के दौरान बुखार, शुगर, सांस लेने में तकलीफ को जांचना जरुरी है। जब सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो कोविड-19 पॉजिटिव मरीज के लिए प्रोनल ब्रिदिंग बहुत ही लाभदायक है। ये सांस लेने की प्रक्रिया को बढ़ाता है, जिससे ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है। इसके लिए एक तकिया गर्दन के नीचे, एक से दो तकिए छाती के नीचे जांघों तक, दो तकिए एडी और टांग के नीचे। इसके बाद लंबी-लंबी सांस तीस मीनट से दो घंटे तक लेनी चाहिए। ये प्रोन ब्रिदिंग पेट के बल, दाईं तरफ करवट लेकर सोकर और बैठकर लेनी चाहिए। खाना खाने के एक घंटे तक नही करनी चाहिए।

वर्ष                संख्या
0-14             06
15-29           19
30-44           124
45-59           378
60-74           612
75 से अधिक    345
कुल               14844