एबीवीपी ने मांगो को लेकर एचपीयू पुस्तकालय के बाहर किया मूक प्रदर्शन

उज्जवल हिमाचल। शिमला

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने छात्र मांगो को लेकर विश्वविद्यालय पुस्तकालय के बाहर प्रदर्शन किया। विद्यार्थी परिषद ने अपने इस प्रदर्शन में विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि पुस्तकालय को खोलने से संबंधित इस मांग को प्रशासन जल्द पूरा करे। इकाई अध्यक्ष आकाश नेगी ने कहा कि कुछ समय पहले प्रदेश सरकार द्वारा जारी आदेशों का पालन करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने वि वि. पुस्तकालय तुरंत प्रभाव से छात्रों के लिए बंद कर दिया था।

इस आदेश के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत वि वि लाइब्रेरी में पढ़ने वाले छात्रों को हुई थी। बहुत से छात्र अपने फाइनल एग्जाम, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु विश्वविद्यालय लाइब्रेरी में रोज़ाना पढ़ाई कर रहे थे। लेकिन एक छात्र विरोधी आदेश के कारण सैंकडों छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। विद्यार्थी परिषद उस दिन से लेकर आज तक यही मांग उठा रही थी कि छात्रों को उनकी पढ़ाई से वंचित न किया जाए और उन्हें लाइब्रेरी में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ पढ़ने के लिए बैठने दिया जाए।

आकाश ने कहा कि विद्यार्थी परिषद द्वारा लगातार इस फैसले के खिलाफ विरोध दर्ज करवाने के कारण प्रदेश सरकार को झुकना पड़ा। उन्होंने कहा कि 14 जनवरी 2022 को प्रदेश सरकार द्वारा एक अधिसूचना जारी कर दी गई है जिसमें शिक्षण संस्थान इत्यादि को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोला जा सकता है। इन आदेशों की पालना करते हुए केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश ने अपनी लाइब्रेरी छात्रों के लिए 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोल दी है।

इसी के साथ कुछ जिलों में डिस्ट्रिक्ट लाइब्रेरी तक खोल दी गई है, लेकिन अभी तक प्रदेश के सबसे बड़े शिक्षण संस्थान हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा वि. वि. लाइब्रेरी को छात्रों के लिए नहीं खोला गया है जिसके कारण सैंकड़ो छात्रों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। आकाश ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन सभी परिस्थितियों से भली भांति वाक़िफ़ हो कर भी अनजान बना हुआ है।

यह सीधे तौर पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हैं। इसी कड़ी में आज विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने पुस्तकालय के बाहर अपने मुंह पर काली पट्टी बांध कर मौन प्रदर्शन किया। आकाश ने कहा कि विद्यार्थी परिषद का स्पष्ट मत हैं कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ को कतई भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इसीलिए विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह करती है कि तुरंत प्रभाव से विवि. पुस्तकालय को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने के आदेश जारी करें।