अफगानिस्तान संकटः नाटों में 30 देशों के विदेश मंत्री की आपातकालीन बैठक

उज्जवल हिमाचल डेस्क..

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को लेकर शुक्रवार को 30 देशों के सैन्य गठबंधन के विदेश मंत्रियों ने नाटो में एक आपात बैठक बुलाई है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता नाटो के सेक्रेटरी जनरल जेंस स्टोलटेनबर्ग करेंगे। यह जानकारी उन्होंने अपने ट्वीट हैंडल पर दी।

मंगलवार को स्टोलटेनबर्ग ने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को लेकर और वहां पर हो रहे नुक्सान पर वहां के सुरक्षा बलों को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया था कि नाटो को अपने सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम की खामियों को भी दूर करना चाहिए। वर्ष 2003 से नाटो की सेनाएं अफगानिस्तान में थीं और इस दौरान उन्होंने तालिबानियों से सीधा मोर्चा लिया।

वर्ष 2014 से उन्होंने अपनी रणनीति में बदलाव किया और इसके लिए अफगान सेना को प्रशिक्षित करना शुरू किया। अरबों डालर खर्च करके दिए गए प्रशिक्षण के बावजूद अफगान सुरक्षा बल तालिबान के सामने टिक नहीं सके। स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि नाटो देशों के लगभग 800 कर्मचारी अभी भी अफगानिस्तान में काम कर रहे हैं। यह मुख्य रूप से काबुल में एटीसीए ईधन भरने और एयरपोर्ट की संचार प्रणाली को दुरुस्त रखने का काम कर रहे हैं।