499 साल बाद इस बार होली के दिन बन रहा ध्रुव योग, जाने क्या है खासियत

उज्जवल हिमाचल, न्यूज नेटवर्क

रंगों का त्योहार होली हिंदू त्योहारों में विशेष महत्व रखता है। पंचांग के अनुसार इस बार होली का पर्व 29 मार्च को मनाया जाएगा। कांगडा जिला के जवाली के पंडित विपन शर्मा ने बताया इस बार होली के दिन 499 साल के बाद ध्रुव योग बन रहा है।

उन्होंने बताया इससे पहले 1521 में यह योग आया था। इस साल होली पर्व सर्वार्थ सिद्धि और अमृतसिद्धि योग में मनाया जाएगा। होलाष्टक तिथि 22 मार्च से आरंभ होकर 28 मार्च को समाप्त होगी। इस दौरान शादी विवाह के अलावा गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य करने की भी मनाही होती है।

पंडित विपन शर्मा का कहना है कि होलिका दहन रविवार 28 मार्च को होगा, जिसका शुभ मुहूर्त शाम छह बजकर 28 मिनट से रात आठ बजकर 56 मिनट तक है। वहीं पूर्णिमा की तिथि 28 मार्च को तीन बजकर 27 मिनट से आरंभ होकर 29 मार्च को रात 12 बजकर 17 मिनट पर समाप्त होगी।

क्या है ध्रुव योग का महत्व

पंडित विपन शर्मा ने बताया इस साल होली पर विशेष ध्रुव योग बन रहा है। होली के दिन चंद्रमा कन्या राशि में गोचर करेगा। साथ ही मकर राशि में गुरु और शनि विराजमान रहेंगे। शुक्र और सूर्य मीन राशि में रहेंगे। मंगल और राहु वृषभ राशि, बुध कुंभ राशि और मोक्ष के कारण केतु वृश्चिक राशि में विराजमान होंगे।