मंडी में हर वीरवार सजेगा एलर्जी क्लीनिक

उमेश भारद्वाज। मंडी

हिमाचल प्रदेश आयुष विभाग सरकार द्वारा होम्योपैथी के जनक डा. हैनिमैन के जन्मदिन पर 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथी दिवस के अवसर पर राजकीय होम्योपैथिक स्वास्थ्य केंद्र मंडी में शुरूआत की जा रही है। उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने प्रत्येक वीरवार को चलने वाले इस एलर्जी क्लीनिक का शुभारम्भ किया। भारत सरकार के राष्ट्रीय आयुष मिशन के अन्तर्गत चलने वाले इस क्लिनिक में एलर्जी के मरीजों को दवाईयों के साथ-साथ एलर्जी से बचने के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। जिलाधीश मंडी ने इस अवसर पर विभाग द्वारा तैयार की गई प्रचार सामग्री का भी अनावरण किया। इस पत्रिका में एलर्जी के कारण, लक्षण एवं बचाव के तरीकों की जानकारी दी गई है। विभाग द्वारा मरीजों को जानकारी देने के लिए अन्य प्रकार की सामग्री भी तैयार की गई है।

जिलाधीश मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि आजकल प्रदूषण एवं जीवनशैली में बदलाव के कारण एलर्जी विशेषकर श्वस्नतंत्र, जैसे नाक, गला और फेफड़ों तथा त्वचा सम्बन्धी एलर्जी के मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ रही है। इन बिमारियों में होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति बहुत ही कारगर है और मरीजों को इस सुविधा का फायदा उठाना चाहिए । उन्होंने विश्व होम्योपैथी दिवस पर सभी होम्योपैथी चिकित्सकों को अपनी शुभकामनाएं भी दी। इस अवसर पर उप-निदेशक आयुष मंडी जोन डा. तेजस्वी विजय आजाद, वरिष्ठ होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी डा. आशुतोष भारद्वाज,डा. देष राज बनयाल,डा. हितेश शर्मा, डा. यशवन्त ठाकुर तथा महेन्द्र पाल शर्मा एवं श्री धर्मसिंह उपस्थित थे।

डा. आजाद ने इस परियोजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रीय आयुष मिशन के अन्तर्गत स्वीकृत इस परियोजना के प्रथम चरण में सभी मरीजों को पंजीकृत करने के पश्चात उनका रिकार्ड स्वास्थय केन्द्र में ही रखा जाएगा। इस कार्य के लिए एक 9 पृष्ठ की रोगी रिकार्ड पुस्तिका बनाई गई है जिसमें उनकी समस्या की विस्तृत जानकारी रखी जायेगी तथा फोलोअप के लिए आने पर भी सुविधा रहेगी। मरीजों को पंजीकरण संख्या के साथ एक कार्ड दिया जायेगा । प्रत्येक वीरवार को जिला आर्युवैदिक चिकित्सालय में स्थित राजकीय होम्योपैथिक स्वास्थ्य केन्द्र में यह सुविधा उपलब्ध रहेगी। यह कलीनिक प्रदेश के सभी होम्योपैथिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध होगी।

वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डा. आशुतोष भारद्वाज ने बताया कि होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में दवाईयां मरीज के प्रतिरोधात्मक तन्त्र को संतुलित एवं नियमित प्रतिक्रिया देने के लिए प्रेरित करती है जिससे मरीज धीरे-धीरे एलर्जन के प्रति सामान्य प्रतिक्रिया देने लगता है। होम्योपैथिक दवाएं सभी प्रकार की एलर्जी विशेषकर एलर्जिक राईनाईटिस, पोलन एलर्जी, एलर्जिक ब्रौंकाइटिस, त्वचा से संबन्धित एलर्जी जैसे अर्टिकेरिया, धूप से एलर्जी , संपर्क से एलर्जी, मौसमी एलर्जी तथा खाद्य पदार्थों से होने वाली एलर्जी में फायदेमंद होती है। उन्होंने इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए लोगों का आह्वान किया है।