लोगों ने तोडा पुरातत्व विभाग के किले के प्रवेश द्वार का ताला

ताला तोड़ने वालों के खिलाफ नहीं हुई कोई कार्यवाही

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विनय महाजन। नूरपुर

नूरपुर पुलिस द्वारा अभी तक पुरातत्व विभाग नूरपुर की शिकायत पर मामला पंजीकृत न होने से नूरपुर के पुरातत्व विभाग के मुलाजिमों में काफी रोष पनपने लगा है। विभाग का कहना है कि इस मामले में पुलिस से कोई सहयोग अभी तक नहीं मिला।

विभाग का कहना है कि आजादी के जश्न के दोपहर बाद नूरपुर में पुरातत्व विभाग के किले पर स्थित मुख्य प्रवेश द्वार का ताला कुछ लोगों के आपार हजुम ने उस समय तोड डाला जब आजादी की छुट्टी थी। मौके पर तैनात मुलाजिम को सरकारी ड्यूटी के दौरान अपनी जान इतने बडे हजूम को देखकर भागकर बचानी पडी।

इस मामले को लेकर आज नूरपुर में पुरातत्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अमित का कहना है कि विभाग के सिनियर अधिकारीओं को सूचना देने के बाद ऩूरपुर थाने में कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायती आवेदन दे दिया है।

इस घटना का विवाद नूरपुर में राज्य स्तरीय जन्माष्टमी मेले के उत्सव को लेकर दो दिन से किले के बाहार खडे कुछ युवक वाहनो से समान को लेकर किले के भीतर गाडियों का प्रवेश न होने देना था।

विभाग का यह भी कहना है कि भारत सरकार के सभी नियमों को दरकिनार करके सरेआम किले के अन्दर मेले के लिऐ दुकानां का आरम्भ हो गया है पर विभाग का कोई भी उच्च अधिकारी अभी तक नूरपुर नहीं आ सका। उधर शहरवासीओं का कहना है कि हर साल मेले की परमिशन विभाग देता है फिर इस बार क्यों नहीं? यह मुद्दा गम्भीर चर्चा का विषय है।

इस मामले मे नूरपुर थाना प्रभारी जसवाल का कहना है कि पुरातत्व विभाग की शिकायत आई है। मामले की छानबीन जारी है। समस्या यह है कि विभाग ने किसी भी आरोपी का नाम इसमें नहीं दिया है। पुलिस के लिए समस्या यह है कि कैसे मामला पंजीकृत करे। विभाग का यह कहना गलत है कि पुलिस इस मामले मे सहयोग नहीं कर रही है।

भारत सरकार के इस विभाग ने अभी तक किले के मुख्य प्रवेश द्वार पर कोई भी तकनीकी कैमरा नहीं लगाया हुआ है। फिर भी इस मामले की छानबीन के लिए एक जांच कमेटी गठित की है तो अपनी रिपोट देगी तब पुलिस कानूनी कार्यवाही करेगी।