तीसरे दिन भी सूना रहा बाबा जी का दरबार

दियोटसिद्ध में तीन दिनों में मात्र 500 श्रद्धालुओं ने नवाया शीश

एसके शर्मा। हमीरपुर

उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में तीसरे दिन शनिवार को भी श्रद्धालु कम ही पहुंचे। दियोटसिद्ध मंदिर में तीन दिनों में लगभग 500 श्रद्धालुओं ने ही मंदिर में माथा टेका है। पहले दिन मंदिर में 191 श्रद्धालुओं ने शीश नवाया था। हालांकि आजकल श्राद्ध चलें हुए हैं, जिस कारण मंदिर में कम ही श्रद्धालु आ रहे हैं, लेकिन आने वाले नवरात्रों में मंदिर में ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद हैं। वहीं, एसडीएम बड़सर एवं मंदिर न्यास अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने भी मंदिर का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

हालांकि कोरोना से पूर्व नवविवाहित जोड़े, धार्मिक अनुष्ठान करने वाले परिवार व अन्य लोग बाबा के दरबार हजारों की संख्या में रोजाना पहुंचते थे। कोरोना ने भक्तों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। वहीं, लोग बाबा के दरबार में दिल खोलकर चढ़ावा भी चढ़ाते थे, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या से इस बार लग रहा है कि चढ़ावे में भारी कमी आएगी, जिससे मंदिर के विकास कार्य भी प्रभावित होंगे।

हालांकि ऑनलाइन चढ़ावे से कुछ उम्मीद बंधी है। बताते चलें कि बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चैत्र माह के मेलों के दौरान मंदिर में एक माह में पांच से छह करोड़ रुपये का नकद चढ़ावा होता था। कोरोना के चलते छह माह मंदिर बंद रहा और अब श्रद्धालुओं की संख्या न होने के कारण इस बार चढ़ावे में भारी गिरावट आएगी। विगत दिवस गुरूवार से प्रदेश में मंदिरों के कपाट खुल गए हैं, लेकिन दियोटसिद्ध मंदिर में पुजारियों, सुरक्षा कर्मियों या प्रशासनिक स्टाफ के अलावा श्रद्धालु इक्का-दुक्का ही नजर आ रहे हैं। पूर्व में मंदिर में दस से 25 हजार तक श्रद्धालु एक दिन में माथा टेकते थे।

उधर, जिला मुख्यालय हमीरपुर के बस अड्डा से दियोटसिद्ध मंदिर के लिए वर्तमान में चार बसें चल रही हैं, लेकिन इनमें भी सवारियां नाममात्र ही हैं। उधर, एसडीएम बड़सर एवं मंदिर न्यास अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने कहा कि साफ सफाई व अन्य व्यवस्थाओं को लेकर मंदिर का दौरा किया गया।

उन्होंने कहा कि मंदिर में श्रद्धालु कम आ रहे हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से तैयारी पूरी है। उन्होंने कहा कि नवरात्रों में श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ाैतरी हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर में कोविड-19 के लिए सरकार के दिशा-निर्देशों का पूरा पालन किया जा रहा है।