जाे खुद जमानत पर हाें, उन्हें सीएम का त्याग पत्र मांगने का कोई अधिकार नहीं : रणधीर शर्मा

सुरिंद्र जम्वाल। बिलासपुर

जिस पार्टी के देश व प्रदेश के नेता जमानत पर चल रहे हों, उस पार्टी के विधायकों को मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से त्यागपत्र मांगने का नैतिक अधिकार नहीं है। यह बात भाजपा प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने परिधि गृह बिलासपुर में आयोजित पत्रकारवार्ता में कही। उन्होंने व्यंग्य कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में वर्चस्व की जंग चल रही है और इसके नेताओं में अपने आपको एक-दूसरे से श्रेष्ठ साबित करने की होड़ लगी हुई है और इसी होड़ में इसके नेता तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं, जिससे कांग्रेस पार्टी की जगहसाई हो रही है।

लोगों में कांग्रेस की दिन-प्रतिदिन गिर रही साख को बचाने के लिए ही इसके प्रदेशाध्यक्ष को गत दिवस यह बयान देना पड़ा कि कांग्रेस का कोई भी नेता बिना पार्टी गाइडलाइन के बयानबाजी नहीं करेगा। रणधीर शर्मा ने कहा कि जिस पार्टी के शासनकाल में देश व प्रदेश में भ्रष्टाचार के नए आयाम स्थापित हुए हों। उस पार्टी के नेताओं के मुंह से ईमानदारी की बातें सुनना अच्छा नहीं लगता है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में भाजपा सरकार जीरो टॉलरैंस की नीति अपनाए हुए है और जैसे-जैसे भ्रष्टाचार के मामले सामने आए वैसे ही प्रदेश सरकार ने इसकी छानबीन के आदेश जारी किए हैं।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा सरकार पूरी ईमानदारी व पारदॢशता से अपना काम कर रही है। इसके चलते ही एक स्वतंत्र एजैंसियों ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को अब्बल आंका है। उन्होंने कहा कि बात चाहे सैनिटाइजर घोटाले की हो या फिर स्वास्थ्य विभाग के निदेशक के आडियो की, प्रदेश सरकार ने बिना समय गंवाए दोनों मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन के आदेश दिए और स्वास्थ्य निदेशक को सस्पैंड कर गिरफ्तार करवाया।

उन्होंने कहा कि वर्ष, 2019 में पटवारी भर्ती में धांधली के आरोप लगने पर सरकार ने इसकी सीबीआई से जांच करवाई तथा गत दिवस सीबीआई ने इसकी रिपोर्ट उच्च न्यायालय में पेश की जहां से अदालत ने इसे खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष ने पार्टी मुखिया होने के नाते भाजपा नेता का नाम सामने आने पर नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दिया जबकि प्रदेशाध्यक्ष का विपक्षी दल के किसी भी नेता ने नाम तक नहीं लिया।

उन्होंने कांग्रेसी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जिनके घर शीशे के हों वे दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं मारते। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए चल रहे नाम पर कहा कि भाजपा में पद मायने नहीं रखता है। पार्टी जिस कार्यकर्ता को जो जिम्मेवारी सौंपती है। वह कार्यकर्ता उस जिम्मेवारी को पूरी ईमानदारी से निभाता है।