फूड लाइसेंस की आड़ में चल रहा था नकली दवाइयों का काला कारोबार

बिना लाईसेंस के नकली दवाई बनाने पर ड्रग विभाग ने कंपनी को किया सीज

सुरेन्द्र सिंह सोनी। नालागढ़

औद्योगिक क्षेत्र बद्दी की थाना पंचायत के धर्मपुर गांव में स्थित एक फूड प्रोडक्ट कंपनी की ओर से  बिना लाईसेंस के फर्जी दवाईयां बनाने पर  ड्रग विभाग ने सीज कर दिया है। कंपनी में मिली नकली दवाईयों को कब्जे में लिया है। ड्रग  विभाग को जैसे ही धर्मपुर स्थित दवा कंपनी पे नकली दवाई बनाने का शक हो गया था। जिसके तहत विभाग ने इस कंपनी पर रैकी के लिए एक टीम बना दी  थी जो इसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी। टीम ने वीरवार देर सांय कंपनी में दबिश दी।

इस दौरान कंपनी में बद्दी बरोटीवाला  नालागढ़ की नामी उद्योगों की नकली दवाई उद्योग में पाई गई। जबकि कंपनी संचालक के पास दवाई बनाने का कोई लाईसेंस ही नहीं था। कंपनी के पास फूड का लाईसेंस था लेकिन वह फर्जी तरीके से दूसरी कंपनी के नाम पर फेक दवाई बना रहा था।
राज्य ड्रग कंट्रोलर नवनीत मरवाह ने कंपनी सीज करने की पुष्टि करते हुए बताया कि आर्य फार्मा कंपनी के पास कोई भी दवाई बनाने का लाईसेंस नहीं था। यह कंपनी बिना लाईसेंस के दूसरी बड़ी कंपनियों की नकली दवाई बना कर लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही थी।

कंपनी का संचालक दबिश पड़ते ही कंपनी से फरार हो गया है। उन्होंने उसे जांच में शामिल होने के लिए सूचना दी है। अन्यथा उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल मे लाई जाएीग। जांच टीम ने कंपनी और गाड़ी को सीज कर लिया है। कंपनी की नकली दवाईयों को भी कब्जे में ले लिया है। साथ ही अदालत को भी इसकी सूचना दे दी गई है।

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