चकमोह के बाशिंदों ने किया पंचायत चुनावों का बहिष्कार

एसके शर्मा । हमीरपुर

बड़सर उपमंडल की ग्राम पंचायत चकमोह के बाशिंदों ने आगामी पंचायत चुनावों का बहिष्कार किया है। ग्रामीणों का कहना है कि किसी भी सरकार ने उनकी अस्पताल की समस्या को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। पंचायत वासियों का कहना है कि उन्होंने क्षेत्र में कॉलेज, स्कूल और अस्पताल के लिए कई कनाल भूमि बिना किसी शर्त के सरकार को दी थी परंतु किसी भी सरकार ने हमारी समस्या को नहीं समझा और आज भी हम स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि 1980 मैं उन्होंने अपनी मलकीत भूमि से 15 कनाल भूमि अस्पताल के लिए दान में दी थी और उस में तत्कालीन मुख्यमंत्री शांता कुमार ने 100 बेड के अस्पताल का शिलान्यास रखा था लेकिन उसके बाद कई सरकारें आई व गई परंतु उन्हें अस्पताल की सुविधा आज तक नहीं मिल पाई है। ऐसे में अब चकमोह पंचायत के लोगों ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार करते हुए सभी के सभी सदस्यों ने चुनाव लड़ने से हटते हुए अपने नाम वापस ले लिए हैं । पंचायत में इस बार 8 लोगों ने प्रधान पद, 10 लोगों ने उपप्रधान के लिए तथा सारा वार्ड मेंबर ने विभिन्न वार्डों से आवेदन किया था परंतु ग्रामीणों ने अस्पताल नाम बनने से सभी के सभी उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए हैं ऐसे में अब चकमोह में इस बार चुनाव नहीं होगा लोगों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तब तक हम अपनी बात पर अडिग रहेंगे और भविष्य में किसी भी चुनाव में भाग नहीं लेंगे। एसडीएम बड़सर ओपी शर्मा ने बताया कि चकमोह पंचायत के सभी आवेदकों ने नाम वापस लिए है।