बजट सत्र: सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच बढ़ सकता है गतिराेध, जारी रहेगा कांग्रेस का विराेध

साेमवार काे दाेपहर 2 बजे से शुरु हाेगी सत्र की कार्यवाही

आरपी नेगी । शिमला

विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल अभिभाषण के बीच सदन में हंगामा की ज्वाला और भी भड़क सकती है। विपक्ष क्षारा राज्यपाल के काफिले काे राेकना और उसके बाद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहाेत्री समेत 5 कांग्रेस विधायकाें काे पूरे सत्र के लिए सस्पेंड किया गया। फिर उसी सांय पांचाें विधायकाें के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई। ऐसे में जाहिर है कि साेमवार से सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच गतिराेध बढ़ सकता है।

हालांकि विधानसभा स्पीकर विपिन सिंह परमार सदन की कार्यवाही काे शांतिपूर्वक तरीके से चलाने की काेशिश करेंगे, लेकिन विपक्ष अपनी जिद पर अड़ा रहेगा। बताया गया कि साेमवार काे सदन की कार्यवाही से पहले कांग्रेस विधायक दल की अहम बैठक हाेनी है। इसमें पूरी रणनीति तैयार की जाएगी। गाैरतलब है कि नेताप्रतिपक्ष मुकेश अग्निहाेत्री समेत पांच विधायकाें काे सदन की कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति नहीं हैं। ऐसे में अब देखना हाेगा कि साेमवार काे दाेपहर 2 बजे से शुरु हाेने वाले सत्र में विपक्ष किस मूड़ में दिखेगा?

बाली ने दी सत्तापक्ष-विपक्ष काे ऐसी सलाह
पूर्व मंत्री जीएस बाली ने सत्ता पक्ष और विपक्ष को सलाह दी कि वे आपस में बैठकर मामले को सुलझाएं और एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन में जाकर राज्यपाल से मुलाकात कर खेद जताएं। शिमला में मीडिया से अनाैपचारिक बात करते हुए बाली ने कहा कि उन्होंने कहा कि हंगामे के क्या कारण रहे और कौन-कौन इसमें शामिल थे। इस बात पर वह नहीं जाना चाहते हैं। उनका कहना है कि हिमाचल एक देवभूमि है और पूरे देश में हिमाचल को शांतिप्रिय प्रदेश के रूप में जाना जाता है। राज्यपाल एक संवैधानिक पद है और हमारा कर्तव्य है कि उनके सम्मान में कोई कमी न हो और ठेस न पहुंचे।

सुक्खू बाेले, जयराम सरकार की नाकामियाें का नतीजा
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष एवं विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू कहा कि विधानसभा प्रकरण सरकार की नाकामियाें का नतीजा है। यदि सरकार बातचीत के जरिए हल निकाल लेती तो ये नाैबत नहीं आती। शिमला में पत्रकारवार्ता काे संबाेधित करते हुए कहा कि हंगामे के लिए भाजपा के नेताओं ने उकसाया। उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए सरकार ने विपक्ष के 5 सदस्यों पर कार्यवाही की जो राजनीति से प्रेरित है। कांग्रेस पार्टी कनूनी कार्रवाई के लिए लीगल एडवाइज ले रही है। विधानसभा सत्र को लेकर पार्टी कल विधायक दल की बैठक में रणनीति बनाएगी।