ज्वालामुखी मंदिर में श्रद्धालुओं व कर्मियों में हुई मारपीट का मामला

पंकज शर्मा। ज्वालामुखी

फेसबुक पर वायरल एक विवादास्पद घटना ज्वालामुखी मंदिर में कर्मचारियों और श्रद्धालुओं के बीच तथाकथित मारपीट के तथ्य खंगालने पर पता चला कि मंदिर में माहौल श्रद्धालुओं ने खराब किया था, जिन्होंने प्रदेश सरकार के द्वारा निर्धारित नियमों की न केवल उल्लंघना की, बल्कि ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के साथ मारपीट कर उनको घायल भी कर दिया। फेसबुक पर केवल एक पक्ष को दिखाया गया है, जबकि दूसरे पक्ष को कोई जगह नहीं दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक मंदिर में तैनात सुरक्षा कर्मचारी हंसराज कि न केवल वर्दी फाड़ दी गई, बल्कि लाठियों से उसे पीटा गया।

  • पंजाब से आए श्रद्धालुओं ने सुरक्षाकर्मी की फाड़ी वर्दी
  • मंदिर कर्मचारी लहूलुहान, सिर पर लगे टांके
  • पंजाबी श्रद्धालुओं ने किया मन्दिर का माहौल खराब
  • सीसीटीवी में कैद हुआ है मामला
  • सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा मामला

हंसराज ने बताया कि उन्हें लगा कुछ लोग नशे में हैं, जिन्होंने हाथों में लाठियां लेकर अफरा-तफरी मचाई, जिन्होंने मंदिर का माहौल खराब किया। मंदिर बंद करने का समय 10:00 सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है और वे लोग 10:20 तक मंदिर में ही मंडराते रहे, उन्हें बार-बार बाहर जाने के लिए कहा गया, तो उल्टा वे मंदिर के सुरक्षा कर्मचारियों से भिड़ गए। मंदिर के एक अन्य कर्मचारी नरेश कुमार भंडारी के सिर पर चोट मारी और उन्हें लहूलुहान कर दिया, उन्हें सिविल अस्पताल ज्वालामुखी में 3 टांके लगे इतना ही नहीं, इन श्रद्धालुओं ने जो अमृतसर के बताए जा रहे हैं।

बस अड्डे में केमिस्ट की दुकान में भी हंगामा करने की कोशिश की और मंदिर के कर्मचारियों को पीटने का प्रयास किया, उसके बाद बस अड्डे और आसपास के दुकानदारों व अन्य लोगों ने श्रद्धालुओं को सबक सिखाया। हालांकि वहीं दूसरी ओर श्रद्धालुओं का आरोप है कि उन्हें मारा-पीटा गया है, पुलिस ने दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप को सुना उसके बाद ही दोनों पक्षों में समझौता हुआ है।

इस संदर्भ में मंदिर अधिकारी तहसीलदार दीनानाथ का कहना है कि श्रद्धालुओं को बार-बार मंदिर कर्मचारी द्वारा बाहर निकलने के लिए कहा गया, परंतु वे आपे से बाहर हो गए और उन्होंने मंदिर के दो कर्मचारियों को बुरी तरह से घायल कर दिया, जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दे दी जानकारी के मुताबिक दोनों पार्टियों को देर रात तक पुलिस थाने में अपना पक्ष रखना पड़ा उसके बाद दोनों पार्टियों ने आपस में समझौता कर लिया। पुलिस ने मंदिर और बस अड्डे के आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिए हैं, उनके आधार पर ही पुलिस आगे की कार्रवाई कर सकती है।