मंत्री मंडल विस्तार में चंबा को नहीं मिला कोई मंत्री, लोग नाराज

शैलेश शर्मा। चंबा

हिमाचल सरकार द्वारा मंत्री मंडल में विस्तार को लेकर चंबा जिला ने फिर एक बार मात खाई है। लोगों का रोष है कि जयराम ठाकुर ने अपने मंत्रीमंडल में विस्तार करने से पहले लोक सभा चुनावों में घोषणा के साथ वायदा भी किया था कि जो कोई भी नेता अपने विधानसभा क्षेत्र से सबसे ज्यादा बढ़त दिलवाएगा, उसको हिमाचल सरकार मंत्री मंडल में जगह मिलेगी।

स्थानीय प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों का कहना है कि भटियात विधानसभा क्षेत्र के विधायक ने अपने विधानसभा चुनावों में भी सबसे ज्यादा बढ़त अर्जित की थी और लोकसभा चुनावों में तो पूरे प्रदेश में भटियात ही एक ऐसा विधानसभा का क्षेत्र था, जहां सबसे ज्यादा वोटों की बढ़त अपने कांगड़ा चंबा के प्रतियाशी को दिलवाई थी, तो क्या कारण रहा की लगातार दो बार जीतने वाले नेता को जगह न देकर जो पहली बार जीत कर आएं, उन्हें अपने मंत्री मंडल में रखा गया।

इन लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम को वादाखिलाफी मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि चंबा जो कि प्रदेश में सबसे पिछड़ा जिला जाना जाता है, उसके विकास के बारे उन्होंने नहीं सोचा, तो इसका खामियाजा आने वाले चुनावों में भाजपा सरकार को भुगतना है होगा। सत्तारूढ़ प्रदेश भाजपा सरकार अपने कार्यकाल के लगभग अढ़ाई साल से भी ऊपर का समय व्यतीत कर चुकी है, इस बीच जयराम सरकार में कई मंत्रियों की उथल-पुथल भी हुई। लिहाज़ा कई विभाग लंबे अरसे से बिन मंत्री के चलते रहे। चंबा के स्थानीय प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों का मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने मंत्री मंडल का विस्तार किया है।

यह ख़ुशी की बात है, पर हम चंबा वासियों के लिए यह कोई ख़ुशी की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि चम्बा जिला जो कि सबसे पिछड़ा जिला कहलाया जाता है, उस जिले के लिए तो सबसे ज्यादा रिप्रजेन्टिव नेताओं का होना बहुत ही जरूरी था, पर मुख्यमंत्री ने इन सब बातों को दरकिनार करते हुए सभी दिग्ज नेताओं को पीछे कर दिया, यहां तक कि मुख्यमंत्री ने अपनी कही बात तक का मान नहीं रखा। चंबा जिला को प्रदेश सरकार में कोई पद नहीं दिए जाने पर लोगों का गुस्सा साफ तौर से देखने को मिल रहा है।

इन लोगों का कहना है कि बड़े ही दुःख का विषय है कि पिछले कल मंडल विस्तार हुआ लेकिन चंबा जिला को कोई मंत्री नहीं दिया जाना चंबा जिला के पिछड़ेपन को दर्शाता है। इन लोगों ने बताया कि वैसे भी देखा जाए, तो चंबा जिला अन्य जिलों की अपेक्षा काफी पिछड़ा हुआ जिला है, जिसको कि एक मंत्री मिलना बहुत ही जरूरी है, इसलिए भी चंबा का विकास नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि यही कारण रहा है कि चंबा पिछड़ा था, पिछड़ा है और पिछड़ा ही रहेगा। हालंकि इस मंत्री मंडल विस्तार में चंबा जिला को किसी का कोई नेतृत्व करने वाला कोई नहीं दिया गया।

इससे ज्यादा और विपक्ष के लिए और ख़ुशी की क्या बात हो सकती थी, पर चंबा सदर से कांग्रेस पार्टी से रह चुके प्रतियासी और कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष नीरज नय्यर की, इसमें राय कुछ और ही देखने को मिली। उनसे जब इस मंत्री मंडल विस्तार को लेकर हमारी मीडिया ने बात की, तो उन्होंने सबसे पहले उन तीनों नए बने मंत्रियों को बधाई दी, तो वंही उन्होंने इस बात का भी दुःख जताया कि भाजपा के शासन काल में चंबा जिला की हमेशा ही अनदेखी की गई है।

उन्होंने कहा कि हम भले ही विपक्ष में है, फिर भी हम चाहते थे कि चंबा जिला को कोई कैबनिट रैंक जरूर मिलेगा पर ऐसा हुआ नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी कांग्रेस की सरकार जब-जब भी रही जिला को एक नहीं, बल्कि दो-दो कैबनिट मंत्री के साथ एक चेयरमैन भी मिला। उन्होंने जय राम सरकार पर चंबा जिला के साथ अनदेखी करने का आरोप लगते हुए कहा है कि उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए था कि चंबा जिला से एक नहीं, बल्कि चार-चार MLA जो थे चुन कर आए थे, फिर भी चंबा के लोगों के साथ ऐसा व्यबहार। उन्होंने कहा कि इसका जबाव चंबा की जनता आने वाले चुनावों में जरूर देगी।

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