चंबा मैटल क्राफ्ट को जल्द जीआई टैग सूची में किया जाएगा शामिल

chamba metal craft

शैलेश शर्मा। चंबा 

चंबा मैटल क्राफ्ट को जीआई टैग यानि भौगोलिक संकेत की सूची में शामिल करने को लेकर प्रदेश पेटेंट सूचना केंद्र शिमला ने जीआई टैग के तहत प्रक्रिया पूर्ण कर ली है। एसडीएम चंबा नवीन तंवर ने बताया कि चंबा के धातु शिल्प को जीआई टैग की सूची में शामिल करने के लिए सभी विभागीय औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद चेन्नई स्थित पंजीयक को जीआई अधिनियम 1999 के तहत चंबा मैटल क्राफ्ट के नाम पर पंजीकरण करने के लिए चंबा मैटल क्राफ्ट सोसायटी के सहयोग से हिमाचल विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद द्वारा मामला प्रेषित कर दिया गया है।

चंबा समृद्ध संस्कृति के साथ भिन्न भिन्न कलाओं का गढ़ है,जिसमे चंबा रुमाल, चंबा चप्पल, मेटल क्राफ्ट में चंबा के कारीगरों द्वारा बनाया गया चंबा का थाल अपने देश में ही नही अपितु विदेशों में भी अपनी पहचान बनाता चला जा रहा है। मेटल क्राफ्ट से जुड़े कारीगर जोकि अपनी इस कला को पेटेंट नाम मिलने से खुश है तो वही उनका कहना है कि इस पहचान को आगे ले जाना चाहते थे।

अब उसी पहचान को अग्रिम दिशा देने जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार जुट गई है। जोकि बड़ी खुशी की बात है। राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित प्रकाश चंद के स्पूत्र राजू का कहना है कि सबसे पहले चंबा रुमाल को पेटेंट करवाया गया था उसके बाद चंबा चप्पल हुई और अब सुना है कि मेटल क्राफ्ट को भी सरकार पेटेंट करवाने का प्रयास कर रही है इससे चंबा में बनाए जाने वाले सभी मेटल क्राफ्ट का नाम दुनिया में पहुंचेगा तो वहीं कई बेरोजगार युवा लोगों को रोजगार भी मिलेंगे।

इस बारे में जानकारी देते हुए एसडीएम चंबा नवीन तंवर ने बताया कि जिला के प्रसिद्ध कला उत्पाद चंबा रूमाल और चंबा चप्पल को जीआई अधिनियम 1999 के तहत जीआई टैग हासिल हो चुका है। जिला के चंबा मैटल क्राफ्ट को भी ज्योग्राफिक-इंडिकेशन टैग की सूची में शामिल करने को लेकर सभी विभागीय प्रक्रियाओं को पूरा किया गया है।

पूछने पर उन्होंने बताया कि यह चंबा की तरफ से आवेदन हुआ है चंबा मेटल क्राफ्ट को लेकर,जिसको की डीसी चंबा द्वारा जीआई टैग के लिए इस आवेदन को आगे भेजा गया है। उन्होंने बताया कि अगर यह कार्य पूर्ण हो जाता है तो निसंदेह इस मेटल क्राफ्ट और इसके करने वाले कलाकारों को काफी लाभ मिलेगा।

उन्होंने बताया कि इससे पहले वर्ष 2008, में चंबा रुमाल जोकि पेटेंट हो चुका है और उसके बाद 2021,में चंबा चप्पल जीआई टैग में पेटेंट हुई थी तो इस कारण इस कला को बहुत विख्याती मिली। उन्होंने कहा कि अगर मेटल क्राफ्ट को भी जल्द से जीआई टैग मिल जाता है तो मेटल क्राफ्ट  और भी बुलंदियों पर पहुंच जाएगा।