बेटियों के प्रति लोगों की सोच में आया परिवर्तन

मंडी में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के नजर आए सार्थक परिणाम

उमेश भारद्वाज। मंडी
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के सार्थक परिणाम नजर आ रहे हैं। मंडी जिला में जन्म के समय लिंगानुपात तीन वर्ष पहले 1000 बेटों पर 920 बेटियां था वो अब बढ़कर 927 हो गया है। यह जानकारी डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018-19 में जन्म के समय एक हजार लड़कों के मुकाबले 920 लड़कियां जन्म ले रही थी जबकि 2019-20 में यह आंकड़ा 922 तक पहुंच गया। 2020-21 में यह आंकड़ा अब 927 तक पहुंच गया है और इसमें लगातार बढ़ौतरी दर्ज की जा रही है।

उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की और अधिकारियों से इस अभियान में और तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि आज लोगों की सोच में परिवर्तन आया है और बेटियों के जन्म को भी पूरे उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से इस अभियान में और तेजी लाए जाएगी। वहीं उन्होंने पोषण अभियान की समीक्षा भी की और इसमें आ रही कमियों को जल्द दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि पंचायत स्तर पर पोषण अभियान को और ज्यादा गति दी जाएगी। एनिमिया से ग्रसित गर्भवती महिलाओं और अन्य युवतियों को भी इस अभियान में जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने मातृ वंदना योजना और विभाग के माध्यम से चल रही अन्य योजनाओं की समीक्षा भी की और उन पर किए जा रहे कार्यों पर संतोष जताया।