निजी स्कूलों की मनमानी पर मुख्यमंत्री करे हस्तक्षेप

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला

छात्र अभिभावक ने आज मंच निजी स्कूलों द्वारा टयूशन फीस के साथ सभी तरह के चार्जेज़ की वसूली के खिलाफ़ शिमला में शिक्षा निदेशालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। मंच ने शिक्षा निदेशक को चेताया है कि अगर उन्होंने सभी तरह के चार्जेज़ की वसूली व वर्ष 2020 में निजी स्कूलों द्वारा बढ़ाई गई फीस पर रोक न लगाई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

  • मांगे न मानने पर छात्र अभिभावक मंच ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा ने कहा कि उच्चतर शिक्षा निदेशक 10 नवम्बर व 8 दिसम्बर 2020 की छात्र व अभिभावक विरोधी अधिसूचनाओं को तुरन्त रद्द करें व निजी स्कूलों की टयूशन फीस के अतिरिक्त अन्य सभी प्रकार के चार्जेज़ पर रोक लगाने की अधिसूचना जारी करें। उन्होंने शिक्षा निदेशक को चेताया है कि अगर उन्होंने निजी स्कूलों की वर्ष 2020 की फीस बढ़ोतरी, एनुअल चार्जेज़,कम्प्यूटर फीस, स्मार्ट क्लास रूम, स्पोर्ट्स फंड, मिसलीनियस,केयर व अन्य चार्जेज़ की वसूली पर रोक न लगाई तो आंदोलन तेज होगा।

उन्होंने पूर्ण फीस वसूली के निर्णय को बेहद चौंकाने वाला छात्र व अभिभावक विरोधी निर्णय बताया है। उन्होंने शिक्षा निदेशक की 8 दिसम्बर 2020 की अधिसूचना को निजी स्कूलों की मनमानी को बढ़ाने वाला कदम बताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से फीस वसूली के मामले पर हस्तक्षेप करने को कहा है। अगर फिर भी अभिभावकों को राहत नही दी जाती है तो शिक्षा निदेशालय के बाहर महाधरना दिया जाएगा जो कि उग्र रूप भी ले सकता है।