8 माह का कूड़ा शुल्क एक साथ वसूल रही नगर परिषद

एसके शर्मा। हमीरपुर

नगर परिषद की अपनी व्यवस्था और व्यस्तता अब जनता पर भारी पड़ रही है। आठ माह तक सफाई का भारी भरकम शुल्क कोरोना वायरस की मंदी के चलते जनता पर डाल दिया है। पहले हर माह शुल्क की वसूली कर ली जाती थी। नगर परिषद के इस रवैये से लोगों में रोष पनपने लगा है। जनता ने नगर परिषद प्रशासन के खिलाफ जिला प्रशासन और सरकार से शिकायत करने की तैयारी कर ली है। शहर में कूड़ा-कर्कट एकत्रित करने के बदले नगर परिषद लोगों के घर-दुकानों से शुल्क की उगाही करती है।

नगर परिषद सफाई व्यवस्था को लेकर के घरों से कूड़ा-कर्कट उठाने के लिए घरों से 50 रुपए प्रतिमाह तथा दुकानों से 100 रुपये प्रति माह एकत्रित करती है। अब नगर परिषद की अपनी व्यस्तता ने शहरवासियों को समस्या खड़ी कर दी है। एक तरफ जहां लॉकडाउन के चलते मंदी छाई हुई है, तो दूसरी तरफ नगर परिषद ने फरवरी माह से ही शुल्क लेना बंद कर दिया था।

अपनी इस व्यस्तता के कारण शुल्क की समय पर उगाही न करने के कारण अब नगर परिषद ने एक साथ कूड़ा शुल्क लेना शुरू कर दिया है, जिस कारण लोगों की आर्थिक सहायता बिगड़ गई है। महिला मंडलों, सहायता समूहों को शुल्क उगाही करने की यह जिम्मेदारी उनके लिए भी परेशानी पैदा कर रही है। लोगों की ओर से शुल्क एकमुश्त न देने पर उन्हें भी घरद्वार के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।

नगर परिषद की ओर से शुल्क की समय पर उगाही न करने का ढुलमुल रवैया लोगों पर भारी पड़ रहा है। नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष ओमकार स्वरूप, विकास महाजन, रमन सरवन, जगपाल आदि ने नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर असंतोष जताया है। नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं पार्षद ने भटनागर ने कहा कि भले ही एक मुश्त शुल्क न लिए जा रहे हों, लेकिन शुल्क चुकता करना ही पड़ेगा। प्रशासन व्यवस्था को बनाए रखें, ताकि जनता को आर्थिक बोझ न पड़े। नगर परिषद के अध्यक्ष अशोक मेहरा ने माना कि 8 माह का शुल्क लिया जाएगा। नगर परिषद प्रशासन जनता के हितों को लेकर कार्य करेगी।