मिशन-2022 की पटरी पर दौडऩे लगा कांग्रेस और भाजपा का सियासी रथ

बीजेपी प्रदेश प्रभारी ने हिमाचल में संभाला मोर्चा, कांग्रेस के शुकला अभी ऑनलाइन

आरपी नेगी। शिमला

मिशन-2022 की पटरी पर अब कांग्रेस और भाजपा का सियासी रथ दौडऩे लगा है। हालांकि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के चार नगर निगमों के चुनाव होने हैं, लेकिन उससे पहले दोनों राजनीतिक दलों नेसियासत को और तेज करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दरअसल सत्तादारी पार्टी यानी भाजपा अभी तक कांग्रेस से कहीं आगेनिकल पड़ी है। बीजेपी के प्रदेश प्रभारी अविनाश खन्ना हिमाचल में ही डटे हैं, जबकि कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ऑनलाइन तरीके से क्लास ले रहे हैं।

विधानसभा से पहले इस साल होने हैं चार नगर निगमों के चुनाव

भाजपा 17 से 19 फरवरी तक धर्मशाला में भविष्य की रणनीति बनाएगी तो कांग्रेस ने चार नगर निगमों में होने वाले चुनावों पर कब्जा करने के लिए नेताओं को आब्जर्वर की डयूटी सौंप दी। जिन पर चुनाव प्रबंधन की सारी जिम्मेदारी होगी। आब्जर्वर की कमेटी चुनावों को लेकर रणनीति तैयार करेगी और किस प्रत्याशी को पार्षद के रूप में चुनाव लड़वाना है उसको लेकर भी नाम सुझाएगी। साथ ही ऑब्जर्वर को चुनाव कमेटी की गठन करने के लिए भी अधिकृत किया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री चारों कमेटियों से को-ऑर्डिनेशन में रहेंगे, जबकि कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा सुचारू समन्वय के लिए सहयोग करेंगे।

कौल-बाली और सुक्खू को बड़ी जिम्मेवारी

चार नगर निगमों के होने वाले चुनावों के लिए पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, जीएस बाली और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू को भी बड़ी जिम्मेवारी सौंप दी है। नगर निगम धर्मशाला के लिए सुक्खू, पीसीसी चीफ कुलदीप सिंह राठौर, पूर्व सांसद चंद्र कुमार और पूर्व सीपीएस राजेश धर्मानी पर्यवेक्षक होंगे। इसी तरह से पालमपुर में पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, विधायक रामलाल ठाकुर, दंद्र दत्त लखनपाल और जगत सिंह नेगी शामिल हैं। सोलन में विधायक राजेंद्र राणा, हर्षवर्धन चौहान, मोहन लाल ब्राक्टा और केवल सिंह पठानिया को जिम्ममेवारी सौंप दी है। वहीं नगर निगम मंडी के लिए पूर्व मंत्री जीएस बाली,विधायक विक्रमादित्य सिंह, सुंदर सिंह ठाकुर और विनोद सुल्तानपुरी को पर्यवेक्षक की डयूटी सौंप दी।