मोदी राज में 8 साल के बच्चे 18 के हुए, मगर नहीं दिख रहा भविष्य

मोदी सरकार के कार्यकाल में सिर्फ बेरोजगारी और मंगाई आ रही है नजर

उज्जवल हिमाचल। ज्वालामुखी

कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में जो दल सत्ता में होते हैं चुनाव में जनता उनसे हिसाब लेती है। मौजूदा मोदी सरकार अपने दस साल के वादों का हिसाब नहीं दे रही है। वर्ष 2014 में यह बात जनता को अच्छी लगती थी जब मोदी अच्छे दिन आएंगे कहते थे। यह बातें उन्होंने जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित विभिन्न नुक्कड़ सभाओं में जनता को संबोधित करते हुए कहीं। इस अवसर पर उनके साथ स्थानीय विधायक संजय रत्न, उत्तराखंड के विधायक सार्थक हृदेश, रामेश्वर दत्त समेत कांग्रेस के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।

आनंद शर्मा ने कहा कि जो वर्ष 2014 में आठ साल के बच्चे थे वो आज 18 साल के हो चुके हैं। हर मां-बाप को चिंता होती है कि उनके बच्चों का जीवन अच्छा बने, देश और दुनिया में अपना नाम कमाएं, उन्हें अच्छी नौकरी मिले। ऐसे में देश की जनता को तब अच्छे दिन की बात बहुत लुभाती थी और उन्हें उम्मीद थी कि उनके बच्चों के बड़े होने तक देश में आगे का रास्ता बना होगा, मगर वही आठ साल के बच्चे अब 18 साल के हैं और पहली बार वोट डालेंगे तो देश की स्थिति कुछ और है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दस साल के कार्याकाल के बाद सिर्फ बेरोजगारी और महंगाई की स्थिति नजर आ रही है। युवाओं को आगे भविष्य में कुछ नहीं दिख रहा है।

मोदी सरकार ने अपने दस साल सरकारों को कोसने में ही लगा दिए

पिछले दस साल में सिर्फ कामयाबी का शोर होता रहा, मगर आगे की पीढ़ी के भविष्य के लिए क्या किया गया है पता नहीं है और न ही बता रहे हैं। हर साल 2 करोड़ रोजगार के दावों का कोई हिसाब नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अपने दस साल पहले की सरकारों को कोसने और अपमानित करने में ही लगा दिए। उन्होंने कहा कि यह चुनाव देश और दुनिया के लिए विशेष महत्व रखता है। सबसे बड़ी पंचायत का सबसे बड़ा चुनाव है, जो दुनिया में भी सबसे बड़ा चुनाव है। दुनिया की नजरें इस बात पर टिकी हुई हैं कि भारत के लोग कैसी सरकार चुनेंगे। दुनिया में कई समस्याएं हैं आर्थिक टकराव हैं, युद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर मौजूदा चुनावों में देश की जनता सही फैसला लेगी तो देश बिना किसी तनाव के भाईचारे की भावना से आगे बढ़ेगा, जिससे पूरे विश्व को राहत मिलेगी।

लोगों को दिखानी होगी असली दुनिया 

उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में राजनीतिक संवाद कटुता से भर गया है। आने वाले समय में देश की युवा पीढ़ी के लिए यह तनाव अच्छा नहीं है। भारत की विशालता, विविधता और अन्य चुनौतियों को समझना होगा। कुछ लोगों को गलत फहमी है कि देश की पहचान केवल मई 2014 से शुरू हुई। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि इस गलतफहमी को दूर किया जाए। दूसरी दुनिया में विचरण कर रहे लोगों को असली दुनिया दिखानी होगी। देश की जनता को अपने वोट और संविधान का महत्व समझना होगा। उन्होंने कहा कि वोट का अधिकार तब तक सुरक्षित है, जब तक देश का संविधान कायम है। भाजपा का इरादा दूसरा है। भाजपा 400 सीटों के दावों के साथ संविधान बदलना चाहती है और संसदीय प्रणाली को खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि अगर इनको इतना बड़ा बहुमत मिला तो यह देश का अखिरी चुनाव होगा।

संवाददाताः पंकज शर्मा

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