महंगाई को लेकर कांग्रेस ने किया धरना प्रदर्शन

सुरेंद्र जम्वाल। बिलासपुर

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बावजूद देश में बढ़ रहे डीजल व पैट्रोल के दामों तथा प्रदेश सरकार द्वारा विद्युत पर दी जाने वाली सब्सिडी को वापस लेने पर कांग्रेस भड़क गई है। इसी के चलते सामेवार को जिला कांग्रेस अध्यक्षा अंजना धीमान के नेतृत्व में कांग्रेस ने डीसी बिलासपुर राजेश्वर गोयल के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया तथा इसके बाद डीसी कार्यालय परिसर में करीब 2 घंटे सांकेतिक धरना भी दिया।

 

धरने के दौरान कांग्रेसी नेताओं ने जमकर नारेबाजी की तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह स्मृति ईरानी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के विरूद्ध जमकर गुबार निकाला। धरने को संबांधित कते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस के सचिव राजेश धर्माणी, पूर्व विधायक डा. बीरू राम किशोर, तिलक राज शर्मा, जिलाध्यक्षा अंजना धीमान, पवन कौशल, सुनील शर्मा, संदीप सांख्यान, जिला परिषद अध्यक्ष अमरजीत ङ्क्षसह बंगा व भगत सिंह वर्मा ने कहा कि जब भाजपा विपक्ष में थी तो इसके नेता राजघाट पर महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू की समाधि स्थल पर गैस सिलैंडर व पैट्रोल की बोतलें लेेकर धरना- प्रदर्शन करते थे।

 

भाजपा नेत्रियां तो गले में सब्जियों की माला पहनकर प्रदर्शन करती थीं लेकिन आज जब अंतर्राष्ट्री बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 35 से 45 रुपए प्रति बैरल हैं तो देश में डीजल के दाम तो पैट्रोल से भी ज्यादा हो गए हैं। देश के इतिहास में यह पहला मौका है जब डीजल के दाम पैट्रोल से ज्यादा हुए हैं। उन्होंने कहा यू.पी.ए. शासनकाल में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 65 से 75 रुपए प्रति बैरल रहे लेकिन उस समय भी डीजल 42 रुपए बिका।

 

उन्होंने कहा कि आज भाजपा नेताओं को यह बढ़े हुए दाम नजर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पैट्रो पदार्थों में हुई इस अप्रत्याशित वृद्धि के कारण महंगाई आसमान छूने लगी है और आने वाले समय में लोगों को महंगाई के कारण खाने तक के लाले पड़ जाएंगे। कोरोना संकट से जूझ रहे लोग पहले ही बहुत तंग है और अब ऊपर से बढ़ती महंगाई ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार प्रदेश सरकार ने भी लोगों को कोरोना संकट में झटका दे दिया। प्रदेश सरकार ने चोर दरवाजे से बिजली की सबिसडी को बहुत ही सुनियोजित ढंग से समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग द्वारा हर महीने बिजली का बिल नहीं दिया जाता है विभाग 2-3 महीनों का बिल इकट्ठा देता है जिस कारण किसी भी प्रदेशवासी की मीटर की रीडिंग 125 यूनिट से कम नहीं आएगी।

 

ऐसे में लोगों को बिजली की महंगी दर देनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार कोरोना संकट के इस दौर में अपनी बातों को थोपने के लिए इसे अवसर मान रही है। सभी वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोगों के हितों से खिलवाड़ नहीं होने देगी तथा जरूरत पडऩे पर बड़ा आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा कि मोजूदा समय कोरोना वायरस के चलते सामाजिक दूरी का नियम जरूरी है जिस कारण ज्यादा भीड़ एकत्रित नहीं की जा सकती है और सरकार इसी बात का फायदा उठा रही है। कहा कि यदि कोरोना का संकट न होता तो आज देश के हर गली-मोहल्ले में सरकार के तुगलकी फरमानों का विरोध होता।